
लखनऊ, 25 नवंबर स्टार खिलाड़ी पीवी सिंधू और लक्ष्य सेन मंगलवार से यहां शुरू हो रहे सैयद मोदी अंतरराष्ट्रीय सुपर 300 बैडमिंटन टूर्नामेंट में जब भारत की चुनौती की अगुआई करेंगे तो उनकी नजरें खिताब के सूखे को खत्म करने पर टिकी होंगी।
पेरिस ओलंपिक के बाद वापसी करते हुए अपने पिछले टूर्नामेंट में सेमीफाइनल में पहुंचे सात्विकसाईराज रंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी की दुनिया की पूर्व नंबर एक पुरुष युगल जोड़ी अपने वर्ग में खिताब की प्रबल दावेदार होगी।
दो बार की ओलंपिक पदक विजेता सिंधू ने अपना पिछला खिताब 2022 में सिंगापुर ओपन के रूप में जीता था जबकि विश्व चैंपियनशिप 2021 के कांस्य पदक विजेता लक्ष्य 2023 में कनाडा ओपन के दौरान पिछली बार चैंपियन बने थे।
सिंधू पिछले कुछ समय से अपनी शीर्ष फॉर्म हासिल करने में नाकाम रही हैं। यह 29 वर्षीय खिलाड़ी हालांकि इस साल मलेशिया मास्टर्स के फाइनल में पहुंची थी।
तेइस साल के लक्ष्य ने ऑल इंग्लैंड चैंपियनशिप, फ्रेंच ओपन और पेरिस ओलंपिक के सेमीफाइनल में जगह बनाकर प्रभावी प्रदर्शन किया लेकिन इस साल खिताब जीतने में नाकाम रहे। वह पेरिस ओलंपिक में कांस्य पदक के प्ले ऑफ मुकाबले में मजबूत स्थिति में होने के बावजूद मलेशिया के ली जी जिया से हार गए।
ओलंपिक में हिस्सा लेने के बाद से सिंधू और लक्ष्य दोनों को मिश्रित नतीजे मिले हैं।
लक्ष्य आर्कटिक ओपन, डेनमार्क ओपन और कुमामोतो मास्टर्स से जल्दी बाहर हो गए । वह चीन मास्टर्स के क्वार्टर फाइनल में जगह बनाने में सफल रहे और इस दौरान उन्होंने ली को भी हराया।
लक्ष्य अपने अभियान की शुरुआत क्वालीफायर के खिलाफ करेंगे।
पिछले कुछ समय से प्रदर्शन में निरंतरता की कमी से जूझ रहीं सिंधू फिनलैंड में पहले दौर में कनाडा की मिशेल ली से हार गईं और इसके बाद डेनमार्क ओपन और कुमामोतो मास्टर्स से भी जल्द बाहर हो गईं।
वह अपने अभियान की शुरुआत 17 साल की उभरती हुई स्टार अनमोल खरब के खिलाफ करेंगी जिन्होंने इस साल बेल्जियम और पोलैंड अंतरराष्ट्रीय चैलेंज स्पर्धाओं में खिताब जीतकर प्रभावित किया।
पुरुष एकल में लक्ष्य के साथ दूसरे वरीय प्रियांशु राजावत भी मजबूत दावेदार हैं। बाइस साल के इस खिलाड़ी ने अंतरराष्ट्रीय सर्किट में अपने प्रदर्शन से प्रभावित किया है।
पुरुष एकल में अन्य भारतीय दावेदारों में तीसरे वरीय किरण जॉर्ज, 2023 विश्व जूनियर चैंपियनशिप के कांस्य पदक विजेता आयुष शेट्टी, ओडिशा मास्टर्स के विजेता सतीश करूणाकरन और राष्ट्रीय चैंपियन चिराग सेन शामिल हैं।
महिला एकल ड्रॉ भी प्रतिस्पर्धी नजर आता है। दूसरी वरीय मालविका बंसोड़ 2022 में उप विजेता रहने के बाद इस बार बेहतर प्रदर्शन करना चाहेंगी।
तीसरी वरीय आकर्षी कश्यप, छठी वरीय रक्षिता श्री संतोष रामराज और पांचवीं वरीय अनुपमा उपाध्याय की नजरें भी खिताब पर टिकी होंगी।
देविका सिहाग के साथ मिलकर श्रीलंका अंतरराष्ट्रीय, डच अंतरराष्ट्रीय और इंडिया अंतरराष्ट्रीय का खिताब जीतने वाली इशारानी बरूआ को भी अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद होगी। अबु धाबी मास्टर्स 2023 की विजेता उन्नति हुड्डा भी अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद कर रही होंगी।
महिला युगल में अश्विनी पोनप्पा और तनीषा क्रास्टो की शीर्ष वरीय जोड़ी के अलावा गायत्री गोपीचंद और त्रीशा जॉली की दूसरी वरीय जोड़ी खिताब की दावेदार होगी।
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