मैसुरु/मांड्या (कर्नाटक), एक अप्रैल नेतृत्व परिवर्तन की अटकलों के बीच, कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ने सोमवार को अपने वरूणा विधानसभा क्षेत्र के लोगों से लोकसभा चुनाव में कांग्रेस उम्मीदवार को कम से कम 60,000 मतों के अंतर से जीत दिलाने को कहा, ताकि वह पद पर बने रह सकें।
मुख्यमंत्री पद की अपनी आकांक्षा पूर्व में जाहिर कर चुके उपमुख्यमंत्री डी.के. शिवकुमार ने मांड्या में लोगों से कहा कि पिछले साल मई में हुए विधानसभा चुनाव में जिस आकांक्षा के साथ उन्होंने पार्टी का समर्थन किया था वह झूठा साबित नहीं होगा।
लोकसभा चुनाव के बाद या मौजूदा विधानसभा के कार्यकाल के बीच में, राज्य में सत्तारूढ़ कांग्रेस में नेतृत्व परिवर्तन की अटकलों के बीच ये बयान मायने रखते हैं।
सिद्धरमैया ने कहा, ‘‘2019 (लोकसभा चुनाव) में ध्रुवनारायण (कांग्रेस उम्मीदवार) केवल 1,817 मतों के अंतर से हारे थे...विधानसभा चुनाव में आपने मुझे (वरूणा में) 48,000 मतों के अंतर से जीत दिलाई। क्या आप अब इसी तरह की या इससे अधिक मतों के अंतर से जीत दिलाएंगे? हमारे उम्मीदवार को कम से कम 60,000 मतों के अंतर से जीत मिलनी चाहिए।’’
उन्होंने कहा, ‘‘यदि आप (कांग्रेस उम्मीदवार को) 60,000 मतों के अंतर से जीत दिलाएंगे तो मुझे खुशी होगी। कोई मुझे छू भी नहीं सकेगा। मुझे मुख्यमंत्री पद पर बने रहना चाहिए या नहीं? इसलिए मैं आपसे हाथ जोड़कर अनुरोध करता हूं ....जीतने के बाद मैं आपका आभार जताने वापस आऊंगा।’’
वरूणा विधानसभा सीट चामाराजनगर लोकसभा क्षेत्र में है, जहां से मंत्री महादेवप्पा के बेटे सुनील बोस कांग्रेस उम्मीदवार हैं।
इसबीच, वोक्कालिगा समुदाय के गढ़ मांड्या में मतदाताओं से कांग्रेस का समर्थन करने की अपील करते हुए शिवकुमार ने कहा, ‘‘मैं आपसे कहना चाहता हूं कि मुझे ध्यान में रखते हुए आपने (कांग्रेस को विधानसभा चुनाव में) मांड्या जिले में अधिक सीट दी। आपकी आकांक्षा झूठी नहीं साबित होगी। आपको चिंता करने की जरूरत नहीं है।’’
उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने लोकसभा चुनाव में आठ वोक्कालिगा को टिकट दिया है।
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