नयी दिल्ली, 19 मई केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बुधवार को कहा कि जो लोग कोविड—19 से संक्रमित हो चुके हैं अथवा टीके की पहली खुराक के बाद संक्रमित हुए हैं उन्हें संक्रमण से पूरी तरह उबरने के तीन महीने के बाद ही टीकाकरण कराना चाहिये ।
कोविड—19 टीकाकरण, स्तनपान कराने वाली महिलाओं के लिये भी है और कोई भी व्यक्ति संक्रमित होने के बाद आरटी—पीसीआर जांच में निगेटिव आने पर अथवा कोरोना वायरस निरोधक टीका लेने के 14 दिन बाद रक्तदान कर सकता है ।
एक सरकारी बयान में कहा गया है कि कोविड—19 टीकाकरण पर राष्ट्रीय विशेषज्ञ समूह की ताजा सिफारिशों के बाद मंत्रालय ने यह निर्णय किया है और इस बारे में राज्यों तथा केंद्र शासित प्रदेशों को भी सूचित कर दिया गया है।
मंत्रालय ने कहा कि ये सिफारिशें कोविड-19 महामारी की उभरती स्थिति और उभरते वैश्विक वैज्ञानिक साक्ष्य और अनुभव पर आधारित हैं।
बयान के अनुसार, सार्स—सीओवी—2 बीमारी से ठीक होने के बाद तीन महीने तक के लिये कोविड—19 रोधी टीकाकरण टाला जा सकता है।
कोविड—19 के ऐसे मरीज जिन्हें सार्स—2 निरोधक मोनोक्लोनल एंटीबॉडीज अथवा कनवेलसेंट प्लाज्मा दिया गया हो, उन्हें अस्पताल से छुट्टी दिये जाने के तीन महीने तक टीकाकरण टाल दिया जाना चाहिये ।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने बयान जारी कर कहा कि व्यक्तिगत मामलों में, जिन लोगों को टीके की पहली खुराक मिल चुकी है और वह दूसरी खुराक लेने से पहले कोविड संक्रमित हो जाते हैं तो क्लिनिकली संक्रमण मुक्त होने के तीन महीने तक दूसरी खुराक टाल देनी चाहिये ।
मंत्रालय ने कहा कि किसी भी अन्य गंभीर बीमारी के कारण अस्पताल में भर्ती होने वाले अथवा आईसीयू में भर्ती होने वालों को कोरोना वायरस संक्रमण निरोधक टीका लेने के लिये चार से आठ हफ्ते का इंतजार करना चाहिये ।
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