जरुरी जानकारी | सेंसेक्स 660 अंक मजबूत; वित्तीय, वाहन कंपनियों के शेयर चमके

मुंबई, 13 अप्रैल वैश्विक स्तर पर मजबूत रुख के बीच शेयर बाजार में मंगलवार को तेजी लौट आयी और सेंसेक्स 660 अंक उछलकर बंद हुआ। वाहन और वित्तीय कंपनियों के शेयरों की अगुवाई में यह तेजी आयी। शेयर बाजार में सोमवार को बड़ी गिरावट आयी थी।

सरकार के टीकों की उपलब्धता बढ़ाने और देश में टीकाकरण की गति तेज करने के इरादे से अन्य देशों में विकसित वैक्सीन को आपात इस्तेमाल के लिए मंजूरी देने की प्रक्रिया तेज करने के निर्णय से निवेशकों पर सकारात्मक प्रभाव पड़ा है। औषधि नियामक ने रूस के कोविड-19 रोधी टीके 'स्पूतनिक वी' के सीमित आपात इस्तेमाल को सोमवार को कुछ शर्तों के साथ मंजूरी दे दी। इससे देश में तीसरे कोविड रोधी टीके का रास्ता साफ हो गया है।

कारोबारियों के अनुसार हालांकि कोविड-19 की स्थिति चिंताजनक बनी हुई है और निकट भविष्य में बाजार की गति को निर्धारित करेगी।

तीस शेयरों पर आधारित सेंसेक्स में शुरूआत बढ़त के साथ हुई और दोपहर कारोबार में इसमें गति आयी। अंत में यह 660.68 अंक यानी 1.38 प्रतिशत की बढ़त के साथ 48,544.06 अंक पर बंद हुआ।

इसी प्रकार, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 194 अंक यानी 1.36 प्रतिशत मजबूत होकर 14,504.80 अंक पर बंद हुआ।

सेंसेक्स के शेयरों में सर्वाधिक लाभ में महिंद्रा एंड महिंद्रा रहा। इसमें 8.02 प्रतिशत की तेजी आयी। इसके अलावा बजाज फिनसर्व, बजाज फाइनेंस, मारुति, एक्सिस बैंक, ओएनजीसी और एचडीएफसी बैंक में भी तेजी रही।

दूसरी तरफ, सॉफ्टवेयर सेवा प्रदाता कंपनी टीसीएस के शेयर में सर्वाधिक 4.21 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गयी। कंपनी के वित्तीय परिणाम की घोषणा के एक दिन बाद में यह गिरावट आयी।

देश की सबसे बड़ी सॉफ्टवेयर निर्यातक कंपनी का एकीकृत शुद्ध लाभ मार्च तिमाही में 14.9 प्रतिशत उछलकर 9,246 करोड़ रुपये रहा। हालांकि पूरे वित्त वर्ष 2020-21 में कंपनी का शुद्ध लाभ मामूली बढ़त के साथ 32,430 करोड़ रुपये रहा।

इसके अलावा डा. डा. रेड्डीज, टेक महिंद्रा, इन्फोसिस और नेस्ले इंडिया में भी 4.18 प्रतिशत तक की गिरावट दर्ज की गयी।

जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ‘‘बाजार सोमवार की गिरावट से वापस आया लेकिन तेजी उत्साहजनक नहीं रही। आईटी कंपनियों के शेयरों में मुनाफावसूली के कारण रुझान विपरीत रहा । इस क्षेत्र में आ रहे तिमाही परिणामों में कोई बड़ा आकर्षण न रहने से उच्च शेयर मूल्यों पर कोई बड़ा समर्थन नहीं दिख रहा है।’’

उन्होंने कहा, ‘‘फरवरी में विनिर्माण और खनन क्षेत्रों में गिरावट से औद्योगिक उत्पादन 3.6 प्रतिशत घटा। वहीं खुदरा मुद्रास्फीति मार्च महीने में बढ़कर 5.52 प्रतिशत पर पहुंच गयी। हालांकि इससे बाजार धारणा पर असर नहीं पड़ा क्योंकि यह आरबीआई के अनुमान के अनुरूप है।’’

नायर ने कहा, ‘‘आने वाले समय में किसी प्रकार के लॉकडाउन और अर्थव्यवस्था पर उसके संभावित प्रभावों से घरेलू बाजार की प्रवृत्ति प्रभावित हो सकती है।’’

एशिया के अन्य बाजारों में हांगकांग, सोल और तोक्यो बढ़त के साथ बंद हुए जबकि शंघाई नुकसान में रहा।

यूरोप के प्रमुख शेयर बाजारों में मध्याह्न कारोबार में तेजी रही।

इस बीच, अंतरराष्ट्रीय तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.90 प्रतिशत की बढ़त के साथ 63.85 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया।

विदेशी विनिमय बाजार गुड़ी पड़वा के अवसर पर बंद रहा।

शेयर बाजार बुधवार को ‘अम्बेडकर जयंती’ पर बंद रहेगा।

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