मुंबई, नौ अक्टूबर मौद्रिक नीति समीक्षा में नीतिगत दरों को अपरिवर्तित रखने की रिजर्व बैंक की घोषणा के बीच वित्तीय कंपनियों के शेयरों में लिवाली से बीएसई सेंसेक्स शुक्रवार को 327 अंक बढ़कर बंद हुआ। सेंसेक्स के लाभ में रहने का यह लगातार सातवां दिन है।
रिजर्व बैंक ने नीतिगत दरों में बदलाव नहीं किया है, लेकिन मौद्रिक नीति में लचीला रुख अपनाए रखने की बात कही है। इसके बाद बाजार लिवाली के चलते तेजी के साथ बंद हुए।
लगातार सातवें दिन तेजी के रुख के बीच बीएसई का 30 कंपनियों वाला शेयर सूचकांक सेंसेक्स 326.82 अंक यानी 0.81 प्रतिशत बढ़कर 40,509.49 अंक पर बंद हुआ। इसी तरह नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 79.60 अंक यानी 0.67 प्रतिशत की बढ़त के साथ 11,914.20 अंक पर बंद हुआ।
बैंकिंग, सूचना प्रौद्योगिकी और बुनियादी ढांचा कंपनियों के शेयर में चार प्रतिशत तक की बढ़त दर्ज की गयी।
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ब्रोकरों के मुताबिक रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास के चालू वित्त वर्ष की जनवरी-मार्च तिमाही में देश के सकल घरेलू उत्पाद के सकारात्मक रहने का अनुमान जताने के बाद बाजार में तेजी का रुख रहा।
मौद्रिक नीति समिति की बैठक के परिणामों की घोषणा करते हुए दास ने कहा कि रेपो दर 4 प्रतिशत पर बनी रहेगी। वही रिवर्स रेपो दर 3.35 प्रतिशत और सीमांत स्थायी सुविधा भी 4.25 प्रतिशत पर पूर्ववत रखी गई है।
जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेस के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ‘‘ लक्षित दीर्घावधि रेपो दर परिचालन (टीएलटीआरओ) और खुले बाजार के परिचालन (ओएमओ) को लेकर आज (शुक्रवार) को हुई सकारात्मक घोषणाओं के चलते भारतीय शेयर बाजारों में बढ़त रही। टीएलटीआरओ और ओएमओ से उद्योग को आरबीआई की ओर से सस्ती दरों पर अच्छी मात्रा में कोष उपलब्ध होने में मदद मिलेगी।’’
रिजर्व बैंक ने मौद्रिक नीति की घोषणा करते हुए कहा कि बैकिंग प्रणाली में पर्याप्त मात्रा में नकदी की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए वह जब भी जरूरत होगी एक लाख करोड़ रुपये मूल्य की टीएलटीआरओ गतिविधियों को अंजाम देगा। विशेष मामलों में केंद्रीय बैंक ने चालू वित्त वर्ष के दौरान राज्य विकास ऋण और ओएमओ करने भी घोषणा की।
नीतिगत दरों से प्रभावित होने वाले बैंकिंग और वित्तीय कंपनियों के शेयर में सुधार देखा गया। बीएसई का बैंकिंग एवं वित्त कंपनियों का सूचकांक बैंकेक्स 2.64 प्रतिशत बढ़त के साथ बंद हुआ।
सेंसेक्स में शामिल आईसीआईसीआई बैंक सबसे अधिक लाभ में रहा। इसका शेयर तीन प्रतिशत तक चढ़ गया। वहीं एक्सिस बैंक, एचडीएफसी, एचडीएफसी बैंक, भारतीय स्टेट बैंक, एलएंडटी, ओएनजीसी और इन्फोसिस के शेयरों में वृद्धि दर्ज की गई।
दूसरी तरफ सन फार्मा, एशियन पेंट्स, नेस्ले इंडिया, अल्ट्राटेक सीमेंट और हिंदुस्तान यूनिलीवर में नरमी रही। बीएसई का बेंकैक्स और वित्तीय समूह सूचकांक 2.64 प्रतिशत तक ऊंचा रहा जबकि रीयल्टी और आटो सूचकांक गिरावट में रहे।
शुक्रवार को समाप्त कारोबारी सप्ताह के दौरान सेंसेक्स में कुल मिलाकर 1,812.44 अंक यानी 4.68 प्रतिशत जबकि निफ्टी में 497.25 अंक यानी 4.35 प्रतिशत की तेजी दर्ज की गई।
इस बीच शंघाई के बाजार सकारात्मक रुख के साथ बंद हुए। वहीं हांगकांग और टोक्यो के बाजार में गिरावट हुई। यूरोप के शेयर बाजारों में सकारात्मक रुख के साथ कारोबार शुरू हुआ।
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ब्रेंट कच्चा तेल 0.85 प्रतिशत की बढ़त के साथ 42.97 डॉलर प्रति बैरल पर रहा। विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में डॉलर के मुकाबले रुपया 8 पैसे की बढ़त के साथ 73.15 पर बंद हुआ।
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