मुंबई, 10 मई बंबई शेयर बाजार में सोमवार को लगातार चौथे दिन बढ़त दर्ज की गई। दवा, बिजली और बैंक शेयरों में लिवाली निकलने से सेंसेक्स 296 अंक चढ़ गया। एनएसई का निफ्टी भी 14,900 अंक के ऊपर बंद हुआ। वैश्विक बाजारों के सकारात्मक संकेतों के सामने निवेशकों ने कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों की चिंता को अधिक तवज्जो नहीं दी।
बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स 295.94 अंक यानी 0.60 प्रतिशत चढ़कर 49,502.41 अंक पर और निफ्टी 119.20 अंक यानी 0.80 प्रतिशत सुधर कर 14,942.35 अंक पर बंद हुआ।
पिछले चार कारोबारी सत्रों में सेंसेक्स 1,248.90 अंक यानी 2.58 प्रतिशत चढ़ चुका है। इसी प्रकार निफ्टी में भी पिछले चार दिन में 445.85 अंक यानी 3.07 प्रतिशत की बढ़त दर्ज की जा चुकी है।
सेंसेक्स में चार प्रतिशत से अधिक बढ़त के साथ लार्सन एण्ड टुब्रो सबसे अधिक लाभ में रहा। डा. रेड्डीज लैब, सन फर्मा, एनटीपीसी, इंडसइंड बैंक, पावर ग्रिड, ओएनजीसी और महिन्द्रा एण्ड महिन्द्रा के शेयरों में भी बढ़त रही।
इसके विपरीत अल्ट्राटेक सीमेंट, इन्फोसिस, रिलायंस इंडस्ट्रीज, एचसीएल टेक और एक्सिस बैंक में नुकसान हुआ। सेंसेक्स में शामिल 30 शेयरों में से इन पांच में गिरावट दर्ज की गई।
बीएसई के धातु, पूंजीगत सामानों, स्वास्थ्य देखभाल, बिजली, जनोपयोगी और औद्योगिकी क्षेत्र के सूचकांक में 3.53 प्रतिशत तक वृद्धि रही। वहीं सूचना प्रौद्योगिकी क्षेत्र का सूचकांक गिरावट में रहा।
रिलायंस सिक्युरिटीज के रणनीतिक प्रमुख विनोद मोदी ने कहा, ‘‘कोविड- 19 के बढ़ने और कई राज्यों में लगाये गये लॉकडाउन की चिंताओं के बावजूद बाजार लगातार मजबूती से आगे बढ़ रहे हैं।’’
दिन में धातु, दवा, वाहन और सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के शेयरों में बढ़त से बाजार को समर्थन प्राप्त हुआ। ज्यादातर क्षेत्रों के सूचकांक लाभ में बंद हुए।
मोदी ने कहा, ‘‘वैश्विक बाजारों से अनुकूल संकेत मिलने, मार्च तिमाही के परिणाम अनुकूल टिप्पणियों के साथ ठीक ठाक रहने, रिजर्व बैंक द्वारा घोषित तरलता बढ़ाने के उपायों और राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन नहीं होने से घरेलू शेयर बाजारों को समर्थन मिला है।’’
जियोजित फाइनेंसियल सविर्सिज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा कि घरेलू बाजार आशावादी लहर पर सवार है यही वजह है कि धातु, वाहन और दवा कंपनियों के शेयरों में खरीदारी को जोर बना हुआ है।
एशिया के अन्य बाजारों में शंघाई, टोक्यो और सोल लाभ में बंद हुये जबकि हांग कांग का बाजार गिरावट के साथ बंद हुआ। यूरोपीय बाजारों में मध्यकाल तक नुकसान का रुख बना हुआ था।
इस बीच अंतरराष्ट्रीय बाजार में ब्रेंट कच्चे तेल का भाव 0.53 प्रतिशत बढ़कर 68.64 डालर प्रति बैरल पर पहुंच गया।
(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)