मुंबई, 27 जुलाई घरेलू शेयर बाजारों में बृहस्पतिवार को गिरावट आई और भारी बिकवाली से बीएसई सेंसेक्स 440 अंक के नुकसान में रहा। वैश्विक बाजारों में मिले-जुले रुख के बीच निवेशकों की एचडीएफसी बैंक, महिंद्रा एंड महिंद्रा, नेस्ले और रिलायंस इंडस्ट्रीज जैसी प्रमुख कंपनियों के शेयरों में बिकवाली से बाजार दबाव में आ गया।
कारोबारियों ने कहा कि अमेरिकी फेडरल रिजर्व के ब्याज दर में चौथाई प्रतिशत की वृद्धि का फैसला घरेलू बाजार की धारणा को मजबूत बनाने में विफल रहा तथा बैंक और वाहन शेयरों की अगुवाई में बाजार नीचे आ गया।
तीस शेयरों पर आधारित सेंसेक्स 125 अंक से अधिक के लाभ के साथ खुला। लेकिन अंत में यह 440.38 अंक यानी 0.66 प्रतिशत की गिरावट के साथ 66,266.82 अंक पर बंद हुआ।
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 118.40 अंक यानी 0.60 प्रतिशत की गिरावट के साथ 19,659.90 अंक पर बंद हुआ।
सेंसेक्स के शेयरों में महिंद्रा एंड महिंद्रा को सबसे ज्यादा 6.39 प्रतिशत नुकसान हुआ। इसके अलावा टेक महिंद्रा, नेस्ले इंडिया, बजाज फाइनेंस, एक्सिस बैंक, आईटीसी, जेएसडब्ल्यू स्टील, एचडीएफसी बैंक और रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयर भी नुकसान में रहे।
दूसरी तरफ लाभ में रहने वाले शेयरों में सन फार्मा, टाटा मोटर्स, भारती एयरटेल, एलएंडटी और इन्फोसिस शामिल हैं। इनमें 2.10 प्रतिशत की तेजी रही।
महिंद्रा एंड महिंद्रा के आरबीएल बैंक में करीब 10 प्रतिशत हिस्सेदारी खरीदने की रिपोर्ट के बीच एमएंडएम का शेयर नीचे आया।
कोटक सिक्योरिटीज लि. के शोध प्रमुख (खुदरा) श्रीकांत चौहान ने कहा, ‘‘वायदा एवं विकल्प खंड में सौदों के निपटान के अंतिम दिन बाजार में तेज उतार-चढ़ाव आया। इसका प्रमुख कारण अमेरिकी फेडरल रिजर्व का नीतिगत दर में एक और वृद्धि का संकेत है। इससे धारणा प्रभावित हुई और निवेशकों ने वाहन, बैंक तथा तेल एवं गैस शेयरों में मुनाफावसूली की।’’
उन्होंने कहा, ‘‘हालांकि हाल की गिरावट के बाद रियल्टी और दवा कंपनियों के शेयरों में मांग रही। कई निवेशक शेयरों के मौजूदा भाव को लेकर संतोषजनक स्थिति में नहीं है और जब भी मौका मिल रहा है, वे अपना निवेश निकाल रहे हैं।’’
जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा कि फेडरल रिजर्व के ब्याज दर में वृद्धि से वैश्विक स्तर पर सकारात्मक असर हुआ। हालांकि, यह कदम घरेलू बाजार में इस धारणा को मजबूती प्रदान करने में विफल रहा और बैंक तथा वाहन शेयरों की अगुवाई में तीव्र गिरावट आई।’’
नायर ने कहा, ‘‘एफओएमसी (फेडरल ओपन मार्केट कमेटी) का ब्याज दर में 0.25 प्रतिशत वृद्धि का निर्णय बाजार की उम्मीद के अनुरूप है...वैश्विक बाजारों में सकारात्मक रुख का कारण मंदी की आशंका का दूर होना है।’’
बीएसई मिडकैप 0.48 प्रतिशत और स्मॉलकैप 0.07 प्रतिशत मजबूत हुए।
एशिया के अन्य बाजारों में हांगकांग का हैंगसेंग और जापान का निक्की मजबूत हुए जबकि चीन का शंघाई कम्पोजिट नुकसान में रहा।
यूरोप के प्रमुख बाजारों में शुरुआती कारोबार में तेजी का रुख रहा। अमेरिकी बाजार में बुधवार को एसएंडपी 500 नुकसान में जबकि डाऊ जोन्स लाभ में रहा।
इस बीच, वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.95 प्रतिशत की बढ़त के साथ 83.71 डॉलर प्रति बैरल रहा।
शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशक बुधवार को पूंजी बाजार में शुद्ध लिवाल रहे और उन्होंने 922.84 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर खरीदे।
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