राजौरी/जम्मू, 24 नवंबर विभिन्न हमलों के मुख्य साजिशकर्ता सहित प्रतिबंधित संगठन लश्कर-ए-तैयबा के दो विदेशी आतंकवादियों को मार गिराने के एक दिन बाद सेना ने शुक्रवार को कहा कि जम्मू-कश्मीर के राजौरी के वन क्षेत्र में छिपे किसी अन्य आतंकी का सफाया करने के लिए तलाशी अभियान अभी जारी है।
14 सेक्टर राष्ट्रीय राइफल्स के कमांडर ब्रिगेडियर सौमित पटनायक ने बताया कि सुरक्षा बलों ने मुठभेड़ स्थल से महिलाओं और बच्चों सहित फंसे हुए नागरिकों को सुरक्षित बाहर निकाला।
मुठभेड़ में शहीद सैनिकों को भावभीनी श्रद्धांजलि देते हुए कहा पटनायक ने कहा, ‘‘देश के लिए उनका बलिदान हमें आतंकवाद को खत्म करने के लिए प्रेरणा देता है।’’
आतंकियों से मुकाबला करते हुए अपनी जान न्योछावर करने वाले जवानों में कैप्टन एम वी प्रांजल, कैप्टन शुभम गुप्ता, हवलदार अब्दुल माजिद, लांस नायक संजय बिष्ट और पैराट्रूपर सचिन लौर शामिल हैं।
ब्रिगेडियर के अनुसार, एक खोजी दल का नेतृत्व कर रहे कैप्टन प्रांजल को उस समय भारी गोलीबारी का सामना करना पड़ा, जब वह इस दौरान फंसी हुई महिलाओं और बच्चों को सुरक्षित निकालने के लिए अपने सुरक्षा घेरे से बाहर आए।
पटनायक के मुताबिक, कैप्टन प्रांजल ने अपनी टीम के साथ आतंकवादियों से मुकाबला करना जारी रखा ताकि वे भाग न जाएं।
दरमसाल के बाजीमल इलाके में बुधवार और बृहस्पतिवार को सुरक्षा बलों के साथ 36 घंटे तक चली मुठभेड़ में अफगानिस्तान में प्रशिक्षित लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) के एक शीर्ष कमांडर सहित दो आतंकवादी मारे गये।
ब्रिगेडियर पटनायक ने यहां राष्ट्रीय राइफल्स मुख्यालय में संवाददाताओं से कहा, ‘‘मुठभेड़ समाप्त हो गई है, लेकिन (किसी अन्य छिपे हुए आतंकवादी को बाहर निकालने के लिए) वन क्षेत्र में तलाशी अभियान अभी भी जारी है।’’
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