मुंबई, 18 अक्टूबर उद्धव ठाकरे नीत शिवसेना ने बुधवार को महाराष्ट्र के विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर पर फिर निशाना साधा और कहा कि ‘‘बेईमानों’’ की सरकार को बचाना देश के साथ गद्दारी करने जैसा है।
पार्टी ने अपने मुखपत्र ‘सामना’ में यह प्रहार तब किया है जब एक दिन पहले उच्चतम न्यायालय ने नार्वेकर को शिवसेना के दोनों गुटों की ओर से दायर याचिकाओं पर फैसला करने के लिए एक वास्तविक समय-सीमा बताने का अंतिम अवसर दिया। पार्टी में टूट के बाद, ये याचिकाएं एक-दूसरे के गुट के विधायकों को अयोग्य घोषित करने के लिए एकनाथ शिंदे और उद्धव ठाकरे नीत गुटों की ओर से दायर की गई थीं।
‘सामना’ के संपादकीय में कहा गया है कि ‘‘नार्वेकर ट्रिब्यूनल’’ का रुख ऐसा लगता है कि वह उच्चतम न्यायालय के आदेश का पालन नहीं करेगा।
शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) ने दावा किया कि उच्चतम न्यायालय ने साफ कहा है कि महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे समेत 40 बागी विधायक अयोग्य हैं।
‘सामना’ में कहा गया है, ‘‘ईमानदारों की सरकार को बचाना संविधान को बचाना नहीं बल्कि यह देश के साथ गद्दारी करने जैसा है।’’
उसने कहा कि उच्चतम न्यायालय की फटकार के बावजूद विधानसभा अध्यक्ष बाज नहीं आ रहे हैं।
संपादकीय में कहा गया है, ‘‘उच्चतम न्यायालय के आदेशों का पालन नहीं कर नार्वेकर ट्रिब्यूनल अराजकता को न्योता दे रहा है।’’
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