चंडीगढ़, 15 सितंबर पंजाब में विपक्षी भारतीय जनता पार्टी पर विधायकों की खरीद करने के सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी के आरोपों के मामले में शिरोमणि अकाली दल के वरिष्ठ नेता बिक्रम सिंह मजीठिया ने केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो तथा प्रवर्तन निदेशालय से जांच कराने की मांग की है ।
आम आदमी पार्टी ने हाल ही में भाजपा पर पार्टी के 10 विधायकों से संपर्क करने तथा प्रदेश की भगवंत मान सरकार को गिराने के लिये 25-25 करोड़ रुपये की पेशकश करने का आरोप लगाया था ।
मजीठिया ने कहा कि यह इसलिए भी जरूरी है क्योंकि आप सरकार ने 24 घंटे बाद भी इस मामले में दर्ज प्राथमिकी को न तो सार्वजनिक किया और न ही इसमें शामिल किसी भाजपा नेता या बिचौलियों के खिलाफ कोई कार्रवाई की है ।
मजीठिया ने यहां कहा, ‘‘पंजाब में कभी इतने बड़े पैमाने पर रिश्वतखोरी का आरोप नहीं लगा है, और चूंकि पंजाब पुलिस इस मामले में कार्रवाई नहीं कर रही है, इसलिए मामले को केंद्रीय एजेंसियों को सौंप दिया जाना चाहिए ।’’
उन्होंने मामले की उच्च न्यायालय की निगरानी में जांच कराने की भी मांग की।
आम आदमी पार्टी ने मंगलवार को कहा कि भाजपा ने पार्टी के दस विधायकों संपर्क कर भगवंत मान सरकार गिराने के लिये प्रत्येक को 25-25 करोड़ रुपये की पेशकश की थी ।
मजीठिया ने कहा कि शिरोमणि अकाली दल भी इस मामले में शुक्रवार को चंडीगढ़ पुलिस में शिकायत दर्ज करायेगा ।
शिअद नेता ने कहा कि इस पूरे मामले में कई तरह की गड़बड़ियां हैं ।
उन्होंने कहा, ‘‘अलग-अलग नेता अलग-अलग आंकड़े पेश कर रहे हैं । (वित्त मंत्री हरपाल सिंह) चीमा कहते हैं कि 10 विधायकों को संपर्क किया गया । मुख्यमंत्री ने यह आंकड़ा छह से सात बताया है कि जबकि मंत्री अमन अरोड़ा का कहना है कि यह आंकड़ा 35 है।’’
पूर्व मंत्री ने कहा कि आम आदमी पार्टी के नेतृत्व ने दावा किया है कि उनके पास इलेक्ट्रॉनिक साक्ष्य है लेकिन उसे अब तक सार्वजनिक नहीं किया गया है ।
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