मुंबई, 29 दिसंबर विदेशों में प्रमुख मु्द्राओं के मुकाबले डॉलर के कमजोर होने तथा कच्चे तेल की कीमतों में नरमी के बीच नए सिरे से विदेशी पूंजी निवेश बढ़ने से शुक्रवार को अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया चार पैसे की मजबूती दर्शाता हुआ 83.16 के भाव पर बंद हुआ।
हालांकि, बाजार सूत्रों ने कहा कि घरेलू शेयर बाजारों में नरमी और महीने के अंत में आयातकों की तरफ से डॉलर मांग आने से साल के अंतिम कारोबारी सत्र में रुपये की तेजी पर कुछ अंकुश लग गया।
अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया 83.14 प्रति डॉलर के भाव पर खुला। अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया 83.10 के उच्चतम और 83.22 के निम्नतम स्तर को छूने के बाद कारोबार के अंत में चार पैसे की बढ़त के साथ 83.16 प्रति डॉलर के भाव पर बंद हुआ।
रुपया में डॉलर के मुकाबले बृहस्पतिवार को 14 पैसे का उछाल आया था और यह 83.20 प्रति डॉलर पर बंद हुआ था।
इस बीच, छह अन्य मुद्राओं की तुलना में अमेरिकी मुद्रा की मजबूती का आकलन करने वाला डॉलर सूचकांक 0.13 प्रतिशत की गिरावट के साथ 101.36 पर कारोबार कर रहा था।
शेयरखान बाय बीएनपी पारिबा के शोध विश्लेषक अनुज चौधरी ने कहा कि सौदों की कमी को पूरा करने के लिए लिवाली (शॉर्ट कवरिंग) होने से डॉलर में थोड़ा सुधार हुआ, लेकिन अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों में कटौती की उम्मीदों के कारण इसमें फिर से गिरावट आई।
वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.89 प्रतिशत की बढ़त के साथ 77.84 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया।
बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 170.12 अंक गिरकर 72,240.26 अंक पर बंद हुआ।
शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने शुक्रवार को 1,459.12 करोड़ रुपये मूल्य के शेयरों की शुद्ध खरीदारी की।
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