मुंबई, 16 सितंबर अमेरिकी डॉलर सूचकांक में तेजी से बृहस्पतिवार को विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में अमेरिकी मुद्रा के मुकाबले रुपया मामूली गिरावट के साथ 73.52 रुपये प्रति डॉलर पर बंद हुआ।
बाजार सूत्रों ने कहा कि घरेलू शेयर बाजार में तेजी के रुख और विदेशी निधियों के सतत निवेश बढ़ने से रुपये को समर्थन मिला लेकिन कच्चा तेल कीमतों के दाम तथा डॉलर के मजबूत होने के कारण रुपये की धारणा प्रभावित हुई।
अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में कारोबार की शुरुआत में रुपया 73.51 रुपये प्रति डॉलर पर अपरिवर्तित खुला। कारोबार के दौरान 73.52 रुपये के निचले और 73.34 के उच्च स्तर को छूने के बाद अंत में यह अपने पिछले बंद भाव के मुकाबले दो पैसे की हानि के साथ 73.52 रुपये प्रति डॉलर पर बंद हुआ।
इस बीच, छह प्रमुख मुद्राओं की तुलना में अमेरिकी मुद्रा का रुख दर्शाने वाला डॉलर सूचकांक 0.24 प्रतिशत बढ़कर 92.77 हो गया।
वहीं, ब्रेंट कच्चा तेल वायदा 0.07 प्रतिशत घटकर 75.41 डालर प्रति बैरल रह गया।
मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज के विदेशी मुद्रा एवं सर्राफा विश्लेषक, गौरंग सोमैया ने कहा, ‘‘घरेलू इक्विटी बाजार में भारी तेजी और संदिग्ध धन प्रवाह बढ़ने कारोबार के पहले अर्धसत्र में रुपया मजबूत रहा लेकिन बाद में डालर के प्रमुख मुद्राओं के समक्ष मजबूत होने से रुपया नीचे आ गया।’’
सोमैया ने कहा कि अमेरिका में जारी होने वाले खुदरा बिक्री आंकड़ों पर बाजार की नजर रहेगी।
घरेलू शेयर बाजारों में से बंबई शेयर बाजार का 30 शेयरों पर आधारित सूचकांक 417.96 अंक की तेजी के साथ 59,141.16 अंक के रिकॉर्ड उच्च स्तर पर पहुंच गया। जबकि व्यापक आधार वाला एनएसई निफ्टी 110.05 अंक यानी 0.63 प्रतिशत बढ़कर 17,629.50 अंक के नये रिकार्ड स्तर पर बंद हुआ।
एक्सचेंज के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशक, पूंजी बाजार में शुद्ध लिवाल बने रहे और उन्होंने बुधवार को 232.84 करोड़ रुपये के शेयरों की शुद्ध रूप से खरीद की।
राजेश
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