जयपुर, 11 फरवरी रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने शुक्रवार को कहा कि जयपुर रेलवे स्टेशन के आधुनिकीकरण के लिए 717 करोड़ रुपये की परियोजना है जिसका ठेका दिया जा चुका है।
वैष्णव शनिवार को जयपुर के पास धानक्या में पं. दीनदयाल उपाध्याय स्मृति समारोह समिति द्वारा आयोजित "भारत के आधारभूत संरचनात्मक विकास में रेलवे का योगदान" विषय पर व्याख्यानमाला को संबोधित कर रहे थे।
देश में रेलवे स्टेशनों के पुनर्विकास की परियोजनाओं का जिक्र करते हुए वैष्णव ने कहा कि रेलवे 'विरासत भी, विकास भी' की सोच के साथ यह काम कर रही है।
रेलवे स्टेशनों को आधुनिक बनाने की योजना में जयपुर रेलवे स्टेशन को 717 करोड़ रुपये की लागत से उच्च स्तरीय सुविधाओं से सुसज्जित किया जाएगा। इसके लिए ठेका दिया जा चुका है।
वैष्णव ने कहा कि भारत के निर्माण में रेलवे का योगदान अविस्मरणीय है। रेलवे शहरों के साथ लोगों को जोड़ने का माध्यम है।
उन्होंने कहा,‘‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 'वन स्टेशन वन प्रोडक्ट' की योजना से भारत के कौशल को पूरे विश्व में फैलाने का काम किया है।’’
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने विदेशी तकनीक के स्थान पर भारत की अभियांत्रिकी पर विश्वास जताकर 'वन्दे भारत' को भारत में ही निर्मित कराकर चलाया तथा जल्द ही जयपुर को भी वन्दे भारत ट्रेन से जोड़ा जाएगा।
मंत्री ने कहा कि 'यूरोप और भारत की ट्रेन में तुलना करने पर भी वन्देभारत ट्रेन अग्रणी दिखाई देती है। उन्होंने कहा कि सरकार ने देश की क्षमता पर विश्वास करके एक पटरी पर दो ट्रेन को स्वतः रोकने के लिए कवच का सफल प्रयोग शुरू किया है।
कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि राज्यसभा सांसद घनश्याम तिवारी ने कहा,‘‘दीनदयाल राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की प्रचार परंपरा के कार्यकर्ता थे। दीनदयाल के भारतीय आर्थिक चिंतन पर चलकर देश विश्व की 5वें नंबर की अर्थव्यवस्था बना।’’
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