कोलकाता, तीन मई लगातार तीन सत्र तक असफलता का सामना करने के बाद कोलकाता नाइट राइडर्स (केकेआर) के लिए सोमवार को मैच जिताऊ पारी खेलने वाले वामहस्त बल्लेबाज रिंकू सिंह के करियर ने इस लीग में आखिरकार रफ्तार पकड़ ली।
घरेलू टूर्नामेंटों में आक्रामक बल्लेबाजी के लिए पहचान बना चुके रिंकू उस वक्त सुर्खियों में आये थे जब 2018 में केकेआर ने उनके लिए आधार मूल्य से चार गुणा ज्यादा 80 लाख रुपये की बोली लगायी थी।
वह हालांकि अपनी प्रतिभा के साथ न्याय करने में विफल रहे। अपने पदार्पण सत्र में उन्होंने चार मैचों में महज 7.25 की औसत से रन बनाये। इसके बाद 2019 पांच मैचों में 37 रन बनाये और 2020 सत्र में उन्हें सिर्फ एक मैच में खेलने का मौका मिला।
अलीगढ़ में एलपीजी सिलेंडर बेचने वाले के बेटे रिंकू ने पिछले साल विजय हजारे ट्रॉफी के दौरान बड़े शॉट लगाने की क्षमता से एक बार फिर प्रभावित किया लेकिन 2021 में घुटने के ऑपरेशन के कारण आईपीएल का हिस्सा नहीं बन सके।
वह पिछले साल के लय को इस साल बरकरार रखने में सफल रहे और उनकी पुरानी फ्रेंचाइजी ने एक बार फिर उन पर भरोसा जताया और 55 लाख की बोली के साथ टीम से जोड़ा।
इस 24 साल के खिलाड़ी ने सोमवार को राजस्थान रॉयल्स के खिलाफ 23 गेंद में 42 रन की आक्रामक पारी खेलकर मुश्किल परिस्थितियों में जीत दिलायी।
रिंकू तीन बार के आईपीएल चैम्पियन सुरेश रैना को अपना आदर्श मानते है।
रैना ने पीटीआई- से कहा, ‘‘ इस बार उसमें अच्छा करने की भूख थी। उसमें यह ललक दिख रही थी , वह अभ्यास में ज्यादा पसीना बहा रहा था।’’
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