श्रीनगर, 25 अप्रैल कश्मीर में कोविड-19 के मामले बढ़ने के बीच 34 घंटे के ‘कोरोना कर्फ्यू’ के तहत पूरी घाटी में लोगों की आवाजाही पर सख्त प्रतिबंध लगा दिए गए हैं।
अधिकारियों ने शनिवार को बताया कि ये प्रतिबंध घाटी के सभी 10 जिलों में शनिवार रात आठ बजे से लेकर सोमवार सुबह छह बजे तक प्रभावी रहेंगे।
उन्होंने कहा कि सुरक्षाबलों ने यहां शहर में कई स्थानों के साथ-साथ घाटी के अन्य जिला मुख्यालय नगरों में लोगों की आवाजाही को रोकने के लिए अवरोधक लगा दिए हैं।
अधिकारियों ने बताया कि आवश्यक एवं आपात सेवाओं की आवाजाही पर कोई पाबंदी नहीं है।
उन्होंने कहा कि सार्वजनिक घोषणा प्रणाली युक्त पुलिस वाहन जगह-जगह जाकर सख्त प्रतिबंध लागू किए जाने की घोषणा कर रहे हैं।
अधिकारियों ने बताया कि घाटी में दुकानों, पेट्रोल पंप और अन्य कारोबारी प्रतिष्ठानों को बंद रखा गया है।
उन्होंने कहा कि लोग प्रशासन के साथ सहयोग कर रहे हैं।
जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने शनिवार को केंद्रशासित प्रदेश में पूर्ण ‘कोरोना कर्फ्यू’ की घोषणा की थी।
पिछले कुछ हफ्तों में केंद्रशासित प्रदेश में कोविड-19 के मामले तेजी से बढ़े हैं।
इससे पहले इस साल की शुरुआती तिमाही में प्रदेश में पर्यटकों का आगमन बढ़ा था लेकिन मामले अचानक बढ़ जाने के चलते उनकी संख्या फिर घट गई है।
अधिकतर लोगों का मानना है कि मामले बढ़ने के पीछे यात्रियों का कोविड संबंधी उचित व्यवहार न करना भी एक कारण है।
चिकित्सकों के मुताबिक, वायरस के नए प्रकार की मौजूदगी, टीका लगवाने में हिचकिचाहट और वायरस के प्रसार को रोकने के लिए मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) का पालन करने में लोगों की लापरवाही, मामले बढ़ने के कारण हैं।
जम्मू-कश्मीर में मार्च में सामने आए कोविड-19 के 23 प्रतिशत से अधिक मरीज देश के विभिन्न हिस्सों से यात्रा कर यहां लौटने वाले लोग थे। आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक अप्रैल में अब तक ऐसे 20 प्रतिशत लोग सामने आए हैं।
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