विपक्षी नेताओं के खिलाफ मामले दर्ज कराना, उन्हें गिरफ्तार करवाना केंद्र की प्रमुख परियोजना प्रतीत होती है: शरद पवार
शरद पवार (Photo Credits ANI)

मुंबई, 21 सितंबर : राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के प्रमुख शरद पवार ने बुधवार को कहा कि ऐसा प्रतीत होता है कि विपक्षी दलों के नेताओं के खिलाफ मामले दर्ज कराना और उन्हें गिरफ्तार करवाना केंद्र की प्रमुख परियोजना है. पवार ने यहां पत्रकारों से कहा, ‘‘ अगर आप आज का समाचार पत्र देखेंगे तो उसमें केंद्रीय जांच एजेंसियों ने किस तरह विपक्षी दलों व उनके नेताओं के खिलाफ कार्रवाई तेज की है उसका पूरा ब्योरा है. ऐसा प्रतीत होता है कि विपक्षी दलों के नेताओं के खिलाफ मामले दर्ज कराना और उन्हें गिरफ्तार करवाना केंद्र की प्रमुख परियोजना है.’’

उन्होंने कहा ‘‘जब भी उन्हें (सरकार को) चुनाव के नतीजों को लेकर संदेह होता है तो इस प्रकार के कदम महत्वपूर्ण कार्य के तौर पर उठाए जाते हैं. समाज के सामने मौजूद चुनौतियों और मुद्दे दरकिनार रख दिए जाते हैं.’’ राकांपा नेता ने कहा, ‘‘ हम इसका राजनीतिक तरीके से जवाब देंगे.’’ पात्रा चॉल के पुनर्विकास से जुड़े धनशोधन के मामले की प्रमुख गवाह ने प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) से कथित तौर पर कहा है कि 2008-09 में इलाके के कुछ निवासियों ने चॉल के पुनर्विकास के लिए स्थानीय राजनेताओं के माध्यम से राकांपा प्रमुख शरद पवार से संपर्क किया था. यह भी पढ़ें : Congress President Election: अगर पार्टी चाहती है तो कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए लड़ूंगा: मुख्यमंत्री अशोक गहलोत

इस मामले में शिवसेना सांसद संजय राउत भी एक आरोपी हैं. मामले की जांच ईडी कर रही है. गवाह ने ईडी से कहा कि विभिन्न बैठकों के बाद संजय राउत, प्रवीण राउत, एचडीआईएल (हाउसिंग डेवलपमेंट इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड) के राकेश वधावन से परियोजना का काम संभालने को कहा गया. ईडी ने मामले में एक पूरक आरोपपत्र दायर किया है. जांच एजेंसी ने 2019 विधानसभा चुनाव से पहले पवार को एक नोटिस भी जारी किया था, लेकिन एजेंसी ने बाद में कहा था कि पवार के जांच में शामिल होने की जरूरत नहीं है.