नयी दिल्ली, 31 मई आवासन एवं शहरी मामलों के सचिव दुर्गाशंकर मिश्रा ने सोमवार को कहा कि रियल एस्टेट क्षेत्र का आकार 2030 तक बढ़कर एक हजार अरब डॉलर के ऊपर पहुंचने का अनुमान है।
उन्होंने कहा, "2019-20 में रियल एस्टेट क्षेत्र ने हमारे सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में करीब सात प्रतिशत का योगदान दिया। हमारी जीडीपी में इसका कुल योगदान 200 अरब डॉलर का था और ऐसे अनुमान हैं कि 2030 तक यह आंकड़ा एक हजार अरब डालर को पार कर जाएगा।"
सचिव ने साथ ही कहा कि रियल एस्टेट क्षेत्र अर्थव्यवस्था के लिए बड़ा महत्वपूर्ण क्षेत्र है और रोजगार में इसकी 11 प्रतिशत हिस्सेदारी है।
मिश्रा ने यह टिप्पणी 'आवास मूल्य सूचकांक' जारी करने के लिए आयोजित किए गए एक वीडियो कार्यक्रम को संबोधित करने के दौरान की। रियल्टी पोर्टल हाउसिंगडॉटकॉम ने उद्योग संगठन नरेडको के सहयोग से यह सूचकांक तैयार किया है।
उन्होंने कहा, "2030 तक हमें अपनी अर्थव्यवस्था के 10,000 अरग डॉलर तक का होने का अनुमान है और इसका करीब 10 प्रतिशत हिस्सा खुद रियल एस्टेट क्षेत्र से आएगा।"
मिश्रा ने साथ ही कहा कि यह क्षेत्र रोजगार की दृष्टि से काफी महत्व रखता है और 50 करोड़ नौकरियों में से रियल एस्टेट रोजगार के 5.5 करोड़ रोजगार के अवसर प्रदान करता है।
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