देश की खबरें | हृदयनाथ मंगेशकर को आकाशवाणी से हटाने के प्रधानमंत्री के दावे पर राउत ने जताई आपत्ति
Get Latest हिन्दी समाचार, Breaking News on India at LatestLY हिन्दी. शिवसेना सांसद संजय राउत ने बृहस्पतिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के उस दावे पर आपत्ति जताई, जिसमें उन्होंने कहा था कि महान स्वतंत्रता सेनानी विनायक दामोदर सावरकर पर एक कविता पेश करने की वजह से संगीतकार हृदयनाथ मंगेशकर को आकाशवाणी (एआईआर) से बर्खास्त कर दिया गया था।
मुंबई, दस फरवरी शिवसेना सांसद संजय राउत ने बृहस्पतिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के उस दावे पर आपत्ति जताई, जिसमें उन्होंने कहा था कि महान स्वतंत्रता सेनानी विनायक दामोदर सावरकर पर एक कविता पेश करने की वजह से संगीतकार हृदयनाथ मंगेशकर को आकाशवाणी (एआईआर) से बर्खास्त कर दिया गया था।
एक पत्रकार द्वारा यह पूछे जाने पर कि क्या प्रधानमंत्री ने गोवा में 14 फरवरी को होने वाले विधानसभा चुनावों के मद्देनजर यह टिप्पणी की थी, राउत ने कहा कि यह संभव है, क्योंकि मंगेशकर परिवार की जड़ें तटीय राज्य से जुड़ी हुई हैं।
राउत ने व्यंग्यात्मक लहजे में कहा, ‘‘यह संभव है। वह एक महान प्रधानमंत्री हैं। मुझे लगता है कि न तो उनसे पहले कोई प्रधानमंत्री बना है और न ही उनके बाद कोई बनेगा।’’
दिल्ली में संवाददाताओं से बातचीत में शिवसेना नेता ने कहा, ‘‘मैं उनकी (मोदी) बहुत इज्जत करता हूं। वह एक बड़े नेता हैं। मैं उन पर कोई टिप्पणी नहीं करना चाहता। राजनीति में ऐसा होता है, लोग कुछ भी कह देते हैं, हमें समझना चाहिए।’’
प्रधानमंत्री मोदी ने मंगलवार को राज्यसभा में कांग्रेस की पिछली सरकारों पर निशाना साधते हुए उनके द्वारा अभिव्यक्ति की आजादी को कथित तौर पर दबाने के लिए उठाए गए कदमों का जिक्र किया था। इस दौरान उन्होंने स्वर साम्राज्ञी लता मंगेशकर के भाई, संगीतकार हृदयनाथ मंगेशकर को सावरकर पर एक कविता पेश करने के कारण आकाशवाणी से बर्खास्त किए जाने का आरोप लगाया था।
राउत ने बृहस्पतिवार को कहा कि उन्होंने वह गीत जीवनभर आकाशवाणी पर ही सुना है, जिसने उस गीत को लोकप्रिय बनाया।
राउत ने व्यंग्यात्मक लहजे में कहा, ‘‘यह एक परंपरा है कि संवैधानिक पद पर आसीन व्यक्ति को कम से कम झूठ नहीं बोलना चाहिए। लेकिन मैं प्रधानमंत्री को सलाम करता हूं।’’
शिवसेना नेता ने कहा कि उनकी जानकारी के अनुसार, हृदयनाथ मंगेशकर को आकाशवाणी द्वारा बर्खास्त किए जाने का कोई रिकॉर्ड नहीं है।
राउत ने खुद को सावरकर का समर्थक बताते हुए कहा, ‘‘अगर किसी संगीतकार को कोई खास गीत बजाने के लिए नौकरी से निकाल दिया जाता है तो वह गीत इतने वर्षों तक आकाशवाणी पर नहीं बजाया जाएगा। वे इसे क्यों बजाएंगे? मैं आज भी इसे आकाशवाणी और दूरदर्शन पर सुनता हूं। हम सब इसे सुनते हैं। यह गीत हमारे दिलों में बसता है।’’
राज्यसभा सांसद ने मोदी पर उनके इस दावे को लेकर भी निशाना साधा कि जब लोग लॉकडाउन और कोविड-29 दिशा-निर्देशों का पालन कर रहे थे, तब कांग्रेस नेता मुंबई में रेलवे स्टेशनों पर खड़े होकर मजदूरों को डरा रहे थे ताकि वे अपने गृह राज्य जाएं।
राउत ने कहा ‘‘आप कितना झूठ बोल रहे हैं। महाराष्ट्र से भाजपा के कम से कम एक नेता को तो इस टिप्पणी की निंदा करनी चाहिए। यही आपका प्यार है महाराष्ट्र के लिए ?’’
पांच राज्यों - उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, गोवा और मणिपुर में विधानसभा चुनाव की प्रक्रिया चल रही है। इन राज्यों में भाजपा की लहर होने के मोदी के दावे पर राउत ने कहा ‘‘अच्छी बात है, मैं उन्हें शुभकामनाएं देता हूं।’’
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