लखनऊ, 20 फरवरी उत्तर प्रदेश विधानसभा के बजट सत्र की सोमवार को हंगामेदार शुरुआत हुई और राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने विपक्ष की नारेबाजी और शोरगुल के बीच अभिभाषण पढ़ा।
उन्होंने सरकार की सराहना करते हुए कहा कि सुशासन, सुरक्षा एवं विकास के मार्ग पर आगे बढ़ते हुए अपराध एवं भ्रष्टाचार के प्रति ‘जीरो टॉलरेंस’ की नीति के साथ शांति एवं सद्भाव का वातावरण सुनिश्चित किया जा रहा है।
राज्यपाल आनंदीबेन पटेल द्वारा पूर्वाह्न 11 बजे विधानमंडल के संयुक्त सदन में अभिभाषण शुरू करने से पहले ही समाजवादी पार्टी (सपा) समेत विभिन्न विपक्षी दलों के सदस्यों ने हंगामा और नारेबाजी शुरू कर दी।
विपक्षी सदस्य ‘राज्यपाल वापस जाओ’ और ‘तानाशाही की यह सरकार नहीं चलेगी, नहीं चलेगी’, ‘प्रदेश में बुलडोजर का आतंकवाद, यूपी की कानून-व्यवस्था बर्बाद’, ‘भाजपा का बुलडोजर विरोधियों की ले रहा जान’, ‘मुख्यमंत्री की आंखों पर बंधी है पट्टी, बंद हैं कान’, ‘बच्चियों को नहीं मिली स्कूटी, भाजपा सरकार में खतरे में है बेटी’ और कानपुर देहात में मां-बेटी की मौत की घटना के विरोध में नारे लिखी तख्तियां लहरा रहे थे।
सपा सदस्यों के अलावा विपक्ष के राष्ट्रीय लोकदल (रालोद), कांग्रेस और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के सदस्य भी अभिभाषण का विरोध कर रहे थे। मुख्य विपक्षी समाजवादी पार्टी के सदस्य शंख की ध्वनि की तरह मुंह से आवाज निकाल रहे थे।
सदन में सपा अध्यक्ष और विपक्ष के नेता अखिलेश यादव हाथ में एक तख्ती लिये थे, जिस पर लिखा था ‘जातीय जनगणना कराओ सरकार, सबको सम्मान सबको अधिकार’, इसी शोरगुल और हंगामे के बीच राज्यपाल ने अभिभाषण जारी रखा।
राज्यपाल ने एक घंटा, एक मिनट और 18 सेकंड के अपने अभिभाषण के दौरान पिछले दिनों लखनऊ में हुई ‘ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट’ तथा राज्य सरकार की अन्य विभिन्न उपलब्धियों का जिक्र किया, जिसका मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ समेत सत्ता पक्ष के सदस्यों ने मेज थपथपा कर स्वागत किया।
उन्होंने कहा कि वैश्विक व्यापारिक समुदाय से उत्तर प्रदेश को मिली उत्साहजनक प्रतिक्रिया के फलस्वरूप 33 लाख 50 हजार करोड़ रुपये से अधिक के कुल 19058 निवेश प्रस्ताव मिले हैं। इनसे रोजगार के 94 लाख से अधिक अवसर पैदा होने की सम्भावना है।
पटेल ने कहा कि राज्य में महिलाओं के प्रति अपराध एवं बाल अपराध सम्बन्धी गम्भीर मुकदमों के लिये विशेष न्यायालयों में विशेष लोक अभियोजकों की नियुक्ति करके प्रभावी पैरवी सुनिश्चित की जा रही है। नतीजतन महिलाओं के प्रति अपराधों के 59.1 प्रतिशत मामलों में दोषियों को सजा दिलायी गयी है जो देश में सर्वाधिक और राष्ट्रीय औसत के दोगुने से भी ज्यादा है।
उन्होंने अभिभाषण में कहा कि प्रदेश सरकार ने राज्य में 847 अतिक्रमणकारियों को भू-माफिया के रूप में चिन्हित किया है और इस वक्त 196 भू-माफिया जेल में हैं। अवैध कब्जे हटाने के लिए राज्य स्तर पर चार ‘एंटी भू-माफिया टास्क फोर्स’ का गठन किया गया है। राज्य में अब तक 70 हजार हेक्टेयर से ज्यादा क्षेत्र को अतिक्रमण से मुक्त कराया गया है।
राज्यपाल ने कहा कि राज्य में आपराधिक मामलों में लगातार कमी आ रही है। वर्ष 2016 के सापेक्ष डकैती की घटनाओं में 80.31 प्रतिशत, लूट की घटनाओं में 61.51 प्रतिशत, हत्या के मामलों में 32.45 प्रतिशत, बलवे के मामलों में 51.65 प्रतिशत, फिरौती के लिये अपहरण के मामलों में 43.18 प्रतिशत और बलात्कार के मामलों में 21.75 प्रतिशत की कमी आई है।
पटेल ने कहा कि उत्तर प्रदेश में आध्यात्मिक पर्यटन को प्रोत्साहित करने के लिये सरकार द्वारा किये जा रहे निरंतर प्रयासों के परिणामस्वरूप वर्ष 2022 में जनवरी से अक्टूबर तक 24.87 करोड़ से अधिक पर्यटक आए। इनमें 4.10 लाख विदेशी पर्यटक भी शामिल हैं। वर्ष 2022 में अयोध्या में आयोजित दीपोत्सव में 15,76,955 दीप जलाकर विश्व रिकॉर्ड बनाया गया।
राज्यपाल ने अभिभाषण में कहा कि श्री काशी विश्वनाथ धाम के विस्तारीकरण/सौंदर्यीकरण के बाद वहां दर्शन के लिये आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या में चार से पांच गुना बढ़ोत्तरी हुई है। अयोध्या और चित्रकूट में भजन संध्या स्थल और गाजियाबाद में कैलाश मानसरोवर यात्रा भवन का निर्माण कार्य पूरा हो गया है। अयोध्या में श्रद्धालुओं और पर्यटकों की संभावित वृद्धि के मद्देनजर श्री राम जन्मभूमि मंदिर अयोध्या धाम तक पहुंच मार्ग योजना के तहत तीन मार्गों जन्मभूमि पथ, भक्ति पथ एवं राम पथ का चौड़ीकरण और सौंदर्यीकरण तथा जन सुविधाओं के विकास सम्बन्धी कार्य कराए जा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि आध्यात्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने तथा केन्द्रित पर्यटन के विकास के लिये चार तीर्थ विकास परिषदों - ब्रज तीर्थ विकास परिषद मथुरा, श्री विन्ध्यधाम तीर्थ विकास परिषद मीरजापुर, श्री चित्रकूटधाम तीर्थ विकास परिषद चित्रकूट तथा श्री नैमिषारण्य धाम तीर्थ विकास परिषद सीतापुर का गठन किया गया है।
राज्यपाल ने अपने अभिभाषण की शुरुआत नव वर्ष की शुभकामना के साथ की और पूर्व मुख्यमंत्री एवं सपा के संस्थापक मुलायम सिंह यादव, विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष केशरीनाथ त्रिपाठी और विधानसभा सदस्य राहुल प्रकाश कोल के निधन पर अपनी विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित की। इसके पहले 10 बजकर 50 मिनट पर राज्यपाल विधानसभा के मुख्य द्वार पर गेट नंबर एक से पहुंचीं, जहां मुख्यमंत्री, विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना, विधान परिषद सभापति कुंवर मानवेंद्र सिंह और संसदीय कार्य मंत्री सुरेश खन्ना ने उनका स्वागत किया।
उत्तर प्रदेश विधानसभा का बजट सत्र वर्ष 2023 का यह पहला सत्र है। यह सत्र आगामी 10 मार्च तक संचालित किए जाने का कार्यक्रम है। सरकार वित्तीय वर्ष 2023-24 का बजट आगामी 22 फरवरी को विधानसभा में पेश करेगी। राज्यपाल के अभिभाषण से पहले सपा सदस्यों ने पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव शिवपाल सिंह यादव और विधानसभा में मुख्य सचेतक मनोज पांडेय की अगुवाई में चौधरी चरण सिंह की प्रतिमा के समक्ष सरकार के विरोध में धरना प्रदर्शन किया और जातीय जनगणना कराने की मांग के अलावा कानपुर देहात की घटना के विरोध में प्रदर्शन किया।
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