वाशिंगटन, 10 अप्रैल रक्षामंत्री राजनाथ सिंह और विदेश मंत्री एस. जयशंकर सोमवार को वाशिंगटन में भारत-अमेरिका 2+2 मंत्रिस्तरीय वार्ता में भाग लेने के लिए अमेरिकी राजधानी पहुंच गए हैं। यह अमेरिका के बाइडन प्रशासन के कार्यकाल में पहली 2+2 मंत्रिस्तरीय वार्ता है।
यह 2+2 मंत्रिस्तरीय वार्ता यूक्रेन संकट के साये में आयोजित हो रही है और यह दोनों सरकारों द्वारा इस द्विपक्षीय संबंध को दिये जाने वाले महत्व को प्रतिबिंबित करती है। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने दोनों देशों को स्वभाविक सहयोगी बताया था।
दरअसल, राष्ट्रपति जो बाइडन सोमवार को व्हाइट हाउस से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ डिजिटल बैठक करेंगे और ऐसा करके उन्होंने 2+2 मंत्रिस्तरीय वार्ता के स्तर को बढ़ाने का संकेत दिया है।
दो भारतीय मंत्री-सिंह और जयशंकर- का अपने अमेरिकी समकक्षों-अमेरिकी रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन और विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन- के साथ व्हाइट हाउस से डिजिटल बैठक में शामिल होना निर्धारित है।
दिन की शुरुआत तब होगी जब सिंह का पेंटागन में ऑस्टिन द्वारा स्वागत किया जाएगा और ब्लिंकन विदेश विभाग के फोगी बॉटम मुख्यालय में जयशंकर के साथ मुलाकात करेंगे। इसके बाद, चारों मंत्री मोदी-बाइडन डिजिटल बैठक के लिए व्हाइट हाउस जाएंगे।
व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव जेन साकी ने कहा कि डिजिटल बैठक के दौरान, बाइडन और मोदी कई मुद्दों पर चर्चा करेंगे, जिनमें कोविड-19 महामारी को समाप्त करना, जलवायु संकट का मुकाबला करना, वैश्विक अर्थव्यवस्था को मजबूत करना और सुरक्षा को मजबूत करने के लिए हिंद-प्रशांत क्षेत्र में सुरक्षा, लोकतंत्र और समृद्धि को बढ़ावा देने के लिए नियम-आधारित अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था को बनाये रखना शामिल हैं।
संबंधित प्रतिनिधिमंडल के साथ 2+2 मंत्रिस्तरीय बैठक दोपहर में विदेश विभाग में होगी।
2+2 के समापन पर एक संयुक्त संवाददाता सम्मेलन का आयोजन तय किया गया है। इसे ऑस्टिन और ब्लिंकन के साथ सिंह और जयशंकर संबोधित करेंगे।
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