
नयी दिल्ली, नौ मई रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने शीर्ष सैन्य नेतृत्व के साथ शुक्रवार को बैठक कर राष्ट्रीय सुरक्षा परिदृश्य की व्यापक समीक्षा की।
यह समीक्षा भारतीय सैन्य प्रतिष्ठानों को निशाना बनाने की पाकिस्तान की कोशिशों को विफल किए जाने के एक दिन बाद की गयी।
बताया जा रहा है कि सुरक्षा संबंधी बदलते हालात से जुड़े हर पहलू पर बैठक में चर्चा की गई।
बैठक में प्रमुख रक्षा अध्यक्ष जनरल अनिल चौहान, थलसेना प्रमुख जनरल उपेन्द्र द्विवेदी, एयर चीफ मार्शल ए. पी. सिंह और नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश के. त्रिपाठी शामिल हुए।
भारत ने बृहस्पतिवार रात को जम्मू, पठानकोट, उधमपुर एवं कुछ अन्य स्थानों में सैन्य प्रतिष्ठानों पर पाकिस्तान द्वारा मिसाइल एवं ड्रोन से हमला किए जाने के प्रयासों को विफल कर दिया।
भारतीय सेना द्वारा पाकिस्तान के प्रयासों को विफल किए जाने के बाद रक्षा मंत्रालय ने कहा कि भारत ‘‘अपनी संप्रभुता की रक्षा करने और अपने लोगों की रक्षा करने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं।’’
भारतीय सैन्य अधिकारियों ने बताया कि भारतीय सशस्त्र बलों ने पाकिस्तानी ड्रोन एवं मिसाइलों का प्रभावी तरीके से मुकाबला किया तथा दुश्मन के प्रयासों को विफल कर दिया।
पाकिस्तान ने 24 घंटे से कम समय पहले भी भारतीय सैन्य प्रतिष्ठानों को निशाना बनाने की इसी तरह की कोशिश की थी।
रक्षा मंत्रालय ने बृहस्पतिवार दोपहर को कहा कि भारतीय सशस्त्र बलों ने मिसाइल और ड्रोन का उपयोग करके देश के उत्तरी और पश्चिमी हिस्सों के 15 शहरों में सैन्य प्रतिष्ठानों को निशाना बनाने की पाकिस्तान की कोशिशों को विफल कर दिया।
उसने बताया कि पाकिस्तानी सेना ने बुधवार रात को अवंतीपुरा, श्रीनगर, जम्मू, पठानकोट, अमृतसर, कपूरथला, जालंधर, लुधियाना, आदमपुर, बठिंडा, चंडीगढ़, नल, फलोदी, उत्तरलाई और भुज को निशाना बनाने का प्रयास किया।
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