चंडीगढ़, 10 मार्च राष्ट्रव्यापी 'रेल रोको' आंदोलन के तहत आंदोलनकारी किसान रविवार को पंजाब में कई जगह पटरियों पर धरने पर बैठ गए, जिसके चलते कई ट्रेनों की आवाजाही प्रभावित हुई।
न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की कानूनी गारंटी समेत विभिन्न मांगों को पूरा करने को लेकर केंद्र पर दबाव बनाने के लिए संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) और किसान मजदूर मोर्चा के आह्वान पर दोपहर 12 बजे से शाम चार बजे तक प्रदर्शन हुआ।
पंजाब में अमृतसर, लुधियाना, तरन तारन, होशियारपुर, फिरोजपुर, फाजिल्का, संगरूर, मानसा, मोगा और बठिंडा समेत 22 जिलों के किसान रेल पटरियों पर धरने पर बैठ गए। इससे ट्रेन सेवाओं में व्यवधान के चलते यात्रियों को असुविधा हुई।
रेल अधिकारियों के अनुसार, फिरोजपुर से बठिंडा, जालंधर सिटी से होशियारपुर और जालंधर सिटी से पठानकोट समेत नौ ट्रेनें रद्द कर दी गईं और कई ट्रेनें गंतव्य पर पहुंचने से पहले रोक दी गईं।
किसान नेता सरवन सिंह पंधेर और जगजीत सिंह डल्लेवाल ने दावा किया कि उनका 'रेल रोको' आंदोलन सफल रहा।
पंधेर ने कहा, "जब तक सरकार हमारी मांगों पर कोई ठोस समाधान पेश नहीं करती, हम अपना संघर्ष जारी रखेंगे।"
उन्होंने दावा किया कि पंजाब में 75 स्थानों, हरियाणा में पांच, मध्य प्रदेश, राजस्थान में तीन-तीन और तमिलनाडु में 20 स्थानों पर 'रेल रोको' आंदोलन किया गया।
आंदोलन के दौरान किसानों ने अपनी मांगें नहीं मानने को लेकर केंद्र सरकार के खिलाफ नारे लगाए।
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