नयी दिल्ली, 10 सितंबर नेशनल कॉन्फ्रेंस (नेकां) के नेता त्रिलोचन सिंह वजीर की हत्या में शामिल दो संदिग्धों को पकड़ने के लिए जम्मू कश्मीर और पंजाब में छापे मारे जा रहे हैं। पुलिस ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।
जम्मू कश्मीर विधान परिषद के पूर्व सदस्य वजीर (67) बृहस्पतिवार सुबह पश्चिमी दिल्ली के मोती नगर में एक फ्लैट में मृत पाए गए थे।
अधिकारियों ने कहा था कि इस मामले में हत्या का मामला दर्ज किया गया है और जांच दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा को सौंप दी गई है।
सूत्रों के अनुसार, पुलिस ने इलाके के सीसीटीवी फुटेज की जांच की और पाया कि वजीर का शव मिलने से एक दिन पहले बुधवार को आरोपी इमारत में मौजूद थे।
सूत्रों ने कहा कि प्रथम दृष्टया ऐसा लगता है कि नेकां नेता की 2 सितंबर को हत्या की गई थी।
उन्होंने बताया कि शुक्रवार को यहां एक सरकारी अस्पताल में पोस्टमार्टम किया गया, जिसके लिए डॉक्टरों के एक बोर्ड का गठन किया गया था।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि दो फरार संदिग्धों हरप्रीत सिंह और हरमीत सिंह का पता लगाने के लिए जांच दल अमृतसर और जम्मू भेजे गए हैं।
पुलिस ने कहा था कि वजीर का सड़ा गला शव फ्लैट के वाशरूम में मिला था। यह फ्लैट अमृतसर निवासी एवं उनके परिचित हरप्रीत सिंह (31) ने किराए पर लिया था।
उनके मुताबिक वजीर दो सितंबर को दिल्ली आए थे और जम्मू के रहने वाले हरप्रीत व उसके दोस्त हरमीत के साथ बसई दारापुर इलाके में किराए के फ्लैट में रह रहे थे।
पुलिस ने कहा कि घटना के बाद हरप्रीत का मोबाइल फोन बंद पाया गया, लेकिन दोनों संदिग्धों के कॉल डिटेल रिकॉर्ड का विश्लेषण किया जा रहा है।
वजीर के भाई ने दावा किया था कि जम्मू के रहने वाले नेकां नेता दो सितंबर को अपने परिवार से मिलने के लिए कनाडा जाने वाले थे। एक अधिकारी ने कहा कि जब कई दिनों तक उनकी कोई खबर नहीं मिली, तो उनके परिवार ने जम्मू पुलिस को सूचित किया। जिसने दिल्ली पुलिस से संपर्क किया।
बृहस्पतिवार को दिल्ली पुलिस के पास त्रिलोचन के पड़ोसी का फोन आया था कि फ्लैट से दुर्गंध आ रही है। मौके पर पहुंची पुलिस ने वहां से वजीर का शव बरामद किया।
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