राहुल गांधी को चिदंबरम से ट्यूशन लेना चाहिए, सरकार ने किसी का रिण माफ नहीं किया : भाजपा
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नयी दिल्ली, 29 अप्रैल राहुल गांधी पर तंज करते हुए भाजपा ने बुधवार को कहा कि कांग्रेस नेता को कर्ज ‘बट्टा खाता में डालने’ और ‘माफ करने’ के बीच अंतर समझने के लिये पूर्व वित्त मंत्री और अपनी पार्टी के सहयोगी पी चिदंबरम से ‘‘ट्यूशन’’ लेना चाहिए। भाजपा ने इस बात पर जोर दिया कि मोदी सरकार ने किसी का रिण माफ नहीं किया है ।

भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावडेकर ने कहा, ‘‘ राहुल गांधी को कर्ज ‘बट्टा खाता में डालने’ और ‘माफ करने’ के बीच अंतर समझने के लिये पी चिदंबरम से ट्यूशन लेना चाहिए । नरेन्द्र मोदी सरकार ने किसी का रिण माफ नहीं किया है । ’’

उन्होंने कहा कि बट्टा खाता में डालना लेखांकन की एक सामान्य प्रक्रिया है और इससे चूककर्ता के खिलाफ वसूली या कार्रवाई पर रोक नहीं लगती है।

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने एक आरटीआई में भारतीय रिजर्व बैंक के बैंक रिण चूककर्ताओं की सूची का जिक्र करते हुए कहा था कि उन्होंने संसद में सरकार से बैंक घोटालेबाजों के नाम पूछे थे लेकिन इनके नाम छिपाए गये हैं। राहुल ने ट्वीट किया, 'संसद में मैंने एक सीधा सा प्रश्न पूछा था- मुझे देश के 50 सबसे बड़े बैंक चूककर्ताओं के नाम बताइए। वित्तमंत्री ने जवाब देने से मना कर दिया। अब रिजर्व बैंक ने नीरव मोदी, मेहुल चोकसी सहित भाजपा के कई 'मित्रों' के नाम इस सूची में डाले गए हैं ।’

जावडेकर ने आरोप लगाया कि राहुल गांधी ने पिछले दो वर्षो से भ्रम पैदा करने का प्रयास कर रहे हैं कि सरकार ने जानबूझ कर नहीं रिण चुकाने वालें कारोबारियों का कर्ज माफ कर दिया है।

जावडेकर ने इन आरोपों पर कहा कि कांग्रेस नेता को इन मुद्दों पर अपनी समझ का विस्तार करना चाहिए ।

उन्होंने कहा कि सरकार ने स्पष्ट किया है कि किसी का भी एक पैसा रिण माफ नहीं किया गया है और आरोपी को न्याय के कटघरे में लाने के लिये पूरा प्रयास किया जा रहा है।

भाजपा के वरिष्ठ नेता ने कहा कि नीरव मोदी लंदन में जेल में है और ब्रिटेन में जमानत याचिका खारिज होने के बाद विजय माल्या के पास भारत लौटने के अलावा कोई विकल्प नहीं बचा है ।

उन्होंने कहा कि प्रशासन ने नीरव मोदी की सम्पत्तियों को जब्त किया है और उसकी नीलामी हुई है ।

बहरहाल, बैंकों का कर्ज नहीं लौटाने वालों के बकाये को बट्टे खाते में डाले जाने के मुद्दे पर कांग्रेस पर पलटवार करते हुये वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा है कि जानबूझकर बैंकों का कर्ज नहीं लौटाने वाले जितने भी डिफाल्टर है उन सभी को कांग्रेस के नेतृत्व वाली संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार के समय में ‘फोन बैंकिंग’ का लाभ मिला था, जबकि मोदी सरकार बकाये की वसूली के लिये उनकी धरपकड़ में लगी है। सीतारमण ने विपक्ष के आरोपों का जवाब देते हुये यह बात कही है।

सीतारमण ने कहा, ‘‘राहुल गांधी और कांग्रेस के प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला लोगों को गुमराह करने की कोशिश कर रहे हैं। वह कांग्रेस के मूल चरित्र की तरह बिना किसी संदर्भ के तथ्यों को सनसनी बनाकर पेश कर रहे हैं।’

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