Raghubar Das's Resignation: रघुबर दास के इस्तीफे से उनके बेटे से जुड़े कथित हमले के मामले में न्याय की उम्मीद जगी
ओडिशा में उस सरकारी अधिकारी के परिवार के सदस्यों ने बुधवार को उम्मीद जताई कि "दोषी" को कानून के अनुसार सजा दी जाएगी, जिनके साथ निवर्तमान राज्यपाल रघुबर दास के बेटे ने करीब छह महीने पहले कथित तौर पर दुर्व्यवहार किया था.
भुवनेश्वर, 26 दिसंबर : ओडिशा में उस सरकारी अधिकारी के परिवार के सदस्यों ने बुधवार को उम्मीद जताई कि "दोषी" को कानून के अनुसार सजा दी जाएगी, जिनके साथ निवर्तमान राज्यपाल रघुबर दास के बेटे ने करीब छह महीने पहले कथित तौर पर दुर्व्यवहार किया था. सहायक अनुभाग अधिकारी (एएसओ) बैकुंठ प्रधान की पत्नी सायोजी ने कहा, "हमें उम्मीद है कि अब सरकार कार्रवाई करेगी क्योंकि रघुबर दास अब राज्यपाल नहीं हैं. वह और उनका बेटा अब आम नागरिक हैं. हालांकि 13 जुलाई को जब मैं मिली थी तो दास ने मुझे न्याय का आश्वासन दिया था, लेकिन किसी के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई."
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने मंगलवार को मिजोरम के राज्यपाल हरिबाबू कंभमपति को ओडिशा का नया राज्यपाल नियुक्त किया और दास का इस्तीफा स्वीकार कर लिया. दास के बेटे ललित कुमार और चार अन्य लोगों ने सात जुलाई को पुरी में गवर्नर हाउस में प्रधान पर कथित तौर पर हमला किया और मानसिक रूप से प्रताड़ित किया. इसके बाद, प्रधान ने न्याय की मांग करते हुए 10 जुलाई को पुलिस में इस संबंध में एक प्राथमिकी दर्ज कराई. यह भी पढ़ें : सीएम चंद्रबाबू नायडू ने पीएम मोदी और अमित शाह से मुलाकात की, राज्य से जुड़े प्रमुख मुद्दों पर की चर्चा
सायोजी ने कहा, "मुझे लगता है कि मेरे पति द्वारा लगाए गए आरोपों की कोई जांच नहीं हुई है...यह दुखद है कि सरकार ने दोषियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की.’’ उन्होंने हालांकि कहा कि वह और उनका परिवार राज्य सरकार की अगली कार्रवाई का इंतजार कर रहे हैं. यह मुद्दा ओडिशा विधानसभा में भी उठा था और राज्य सरकार ने सदन में कहा था कि पुरी के जिलाधिकारी आरोपों की जांच कर रहे हैं.