नई दिल्ली, 14 जून: कांग्रेस (Congress) के वरिष्ठ नेता अभिषेक मनु सिंघवी ने नेपाली संसद में विवादित नक्शे से जुड़े विधेयक के पारित होने की पृष्ठभूमि में रविवार को आरोप लगाया कि दोनों देशों के बीच रिश्तों में आई कड़वाहट से केंद्र सरकार एवं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कुशलता पर सवाल खड़ा होता है. साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि सरकार इस मामले पर कांग्रेस समेत समूचे विपक्ष को विश्वास में ले तथा दोनों देशों की सरकारें बातचीत के माध्यम से तत्काल इस मामले का समाधान करें.
गौरतलब है कि नेपाल की संसद ने शनिवार को देश के राजनीतिक नक्शे को संशोधित करने से जुड़े एक विधेयक को पारित करते हुए रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण लिपुलेख, कालापानी और लिम्पियाधुरा इलाकों पर दावा किया. भारत दशकों से इन क्षेत्रों को अपना मानता रहा है.
इस मामले पर सिंघवी ने ‘पीटीआई-’ के साथ बातचीत में कहा, "भारत एवं नेपाल के पुरातन और आधुनिक घनिष्ठ संबंधों की जो विरासत है, उस संदर्भ में ये गतिविधियां अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण हैं. कारण चाहे कुछ भी हों, चाहे चीन का गलत हस्तक्षेप हो, नेपाल की निजी आंतरिक राजनीतिक जरूरतें हों या दोनों देशों में संवादहीनता हो. लेकिन किसी को भी इस दयनीय स्थिति के लिए उपयुक्त कारण नहीं माना जा सकता."