रूस के रक्षा मंत्रालय सर्गेई शोइगू ने टेलीविजन पर प्रसारित एक बैठक में सोमवार को पुतिन को बताया कि रूस की फौज ने लुहांस्क पर कब्जा कर लिया है। लुहांस्क पूर्वी यूक्रेन में स्थित है और यह तथा पड़ोसी डोनेत्स्क प्रांत यूक्रेन के औद्योगिक गढ़ डोनबास का हिस्सा हैं।
शोइगू ने पुतिन से कहा कि रूसी बलों ने लुहांस्क में यूक्रेन के आखिरी गढ़ लिसिचांस्क शहर पर रविवार को कब्जा कर लिया था जिसके बाद अभियान पूरा हो गया।
इस पर पुतिन ने कहा कि लुहांस्क में जिन सैन्य इकाइयों ने भाग लिया है और कामयाबी एवं जीत हासिल की है उन्हें आराम करना चाहिए तथा लड़ाई लड़ने की अपनी क्षमता बढ़ानी चाहिए।
इससे पहले रूस के बलों ने पूर्वी यूक्रेन में काफी अंदर तक हमले तेज़ कर दिए थे और यूक्रेन की सेना ने पुष्टि की थी कि उसके बल रविवार को लिसिचांस्क से निकल गए हैं।
लुहांस्क के गवर्नर सेरही हैदई ने बताया कि यूक्रेन के बल आत्मसमर्पण की स्थिति से बचने के लिए लिसिचांस्क से निकल गए।
हैदई ने अमेरिकी समाचार एजेंसी ‘एसोसिएटेड प्रेस’ से कहा, “ लिसिचांस्क की घेराबंदी की आशंका थी।” उन्होंने कहा कि यूक्रेन के सैनिक कुछ और हफ्ते डटे रह सकते थे, लेकिन तब उन्हें इसकी बड़ी कीमत चुकानी पड़ती।
हैदई ने कहा कि उन्होंने वहां से सभी घायलों को निकाल लिया है और सभी उपकरण भी निकाल लिए हैं। उनके मुताबिक, योजनाबद्ध तरीके से सैनिकों को निकाला गया है।
यूक्रेन की सेना के जनरल स्टाफ ने बताया कि रूसी फौज डोनबास क्षेत्र के सिवर्स्क, फिडोरिवका और बखमुत की ओर बढ़ने की कोशिश कर रही है। रूस के बलों ने डोनेत्सक के आधे से ज्यादा हिस्से पर कब्जा कर लिया है।
रूस की सेना ने डोनबास क्षेत्र में यूक्रेन के मजबूत किले स्लोवियांस्क और क्रमतोरस्क पर बमबारी की।
स्थानीय अधिकारियों के मुताबिक, स्लोवियांस्क में रूस की बमबारी में रविवार को नौ वर्षीय एक लड़की समेत छह लोगों की मौत हो गई तथा 19 अन्य लोग जख्मी हुए थे।
ब्रिटिश रक्षा मंत्रालय की खुफिया ब्रीफिंग में सोमवार को यूक्रेन की सेना के आकलन को सही बताया गया और रेखांकित किया गया कि रूस के बल ‘अब करीब-करीब निश्चित रूप से’ डोनेत्स्क पर कब्जा करना शुरू करेंगे।
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने यूक्रेन के खिलाफ जंग में अहम डोनबास क्षेत्र पर कब्जा करने का लक्ष्य तय किया है। यूक्रेन के युद्ध को पांच महीने हो गए हैं।
डोनबास में रूस समर्थित अलगाववादी 2014 से यूक्रेन की फौज से लड़ रहे हैं। रूस की ओर से यूक्रेन के क्रीमिया को अपने देश में मिला लेने के बाद डोनबास के अलगावादियों ने अपनी आज़ादी की घोषणा कर दी थी। रूस ने 24 फरवरी को यूक्रेन पर हमले से पहले स्वघोषित गणराज्यों को मान्यता दे दी थी।
रूस के रक्षा मंत्री ने पुतिन को रविवार को बताया कि लिसिचांस्क पर ‘पूर्ण कब्जे’ के बाद रूसी सेना और उसके सहयोगियों का अब पूरे लुहांस्क क्षेत्र पर नियंत्रण हो गया है।
यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर ज़ेलेंस्की ने रात में वीडियो के माध्यम से किए गए संबोधन में माना कि फौज को निकाला गया है लेकिन संकल्प लिया है कि यूक्रेनी बल पीछे हटते हुए भी लड़ेंगे।
ज़ेलेंस्की ने कहा कि रणनीति तथा आधुनिक हथियारों की आपूर्ति की बदौलत वे वहां से निकल पाए हैं।
वहीं, रविवार को रूस के पश्चिमी हिस्से पर यूक्रेन की ओर से हमले हुए। पश्चिमी रूस के बेलगोरोद क्षेत्र के गवर्नर ने कहा कि रविवार को यूक्रेन की ओर से दागी मिसाइलों को बीच में ही मार गिराया गया था लेकिन उनके टुकड़ों की चपेट में आने से चार लोगों की मौत हो गई।
रूस के रक्षा मंत्रालय के मुताबिक, रूस के शहर कुर्स्क में यूक्रेन के दो ड्रोन को मार गिराया गया है।
अन्य घटनाक्रम:
-- रूस के दो विमान उसके राजनयिक कर्मचारियों और उनके परिवारों को लेकर रविवार को बुल्गारिया से रवाना हुए। रूस के एक राजनयिक ने बताया कि बड़े पैमाने पर अधिकारियों को निष्कासित करने को लेकर ऐतिहासिक रूप से मित्र राष्ट्रों के रिश्तों में तनाव आ गया है।
एपी
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