चंडीगढ़, दो नवम्बर पंजाब सरकार ने रेल रोको आंदोलन के कारण माल गाड़ियों के संचालन को निलंबित रखे जाने से राज्य की अर्थव्यवस्था पर प्रभाव को लेकर चर्चा के वास्ते बैठक के लिए 31 किसान संगठनों के प्रतिनिधियों को चार नवम्बर को आमंत्रित किया है।
केन्द्र के नये कृषि कानूनों के खिलाफ विरोध कर रहे किसानों द्वारा कुछ रेल पटरियों को अवरूद्ध किये जाने के मद्देनजर रेलवे ने पंजाब में मालगाड़ियों के परिचालन को रोक दिया है।
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क्रांतिकारी किसान यूनियन के अध्यक्ष दर्शन पाल ने कहा कि किसान संगठनों को चार नवंबर को बैठक के लिए पंजाब कृषि विभाग से एक पत्र मिला है।
पत्र में, विभाग ने किसानों के रेल रोको आंदोलन के कारण राज्य में माल गाड़ियों का परिचालन नहीं होने के प्रभाव को उजागर किया है।
पत्र में कहा गया है कि गाड़ियों के निलंबन के कारण, थर्मल पावर संयंत्रों के लिए कोयले की आपूर्ति, रबी फसलों के लिए खाद और खाद्यान्न स्टॉक की आवाजाही पर असर पड़ा है।
पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने रविवार को भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा को पत्र लिखकर रेलवे द्वारा मालगाड़ियों के संचालन को लगातार निलंबित रखे जाने पर चिंता व्यक्त की थी और राष्ट्रीय सुरक्षा तथा सशस्त्र बलों पर इसके खतरनाक परिणाम को लेकर आगाह किया था।
उन्होंने कहा कि यदि चीन और पाकिस्तान दोनों ओर से बढ़ती आक्रामकता के बीच सशस्त्र बलों को महत्वपूर्ण सामान की आपूर्ति नहीं हुई तो देश के लिए स्थिति बेहद खतरनाक हो सकती है।
सिंह ने नड्डा को एक खुले पत्र में कहा था कि कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन कर रहे किसानों द्वारा मार्ग रोके जाने की घटना में कमी आने के बावजूद, मालगाड़ी के संचालन को निलंबित रखा गया है और उन्होंने इस समस्या को हल करने के लिए सामूहिक इच्छाशक्ति और राजनीतिक कौशल दिखाने का आह्वान किया था।
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