देश की खबरें | मछुआरों के जीवन की रक्षा करें : इतालवी मरीन के हाथों मारे गए मछुआरे की पत्नी ने कहा

कोल्लम (केरल), तीन जुलाई इतालवी मरीन के हाथों मारे गए दो मछुआरों में से एक ही पत्नी ने इस मामले में अंतरराष्ट्रीय अधिकारण के फैसले का शुक्रवार को स्वागत करते हुए कहा है कि ऐसी घटना दोबारा ना हो यह सुनिश्चित करने के लिए कदम उठाए जाने चाहिए।

वैलेंटाइन जलस्टिन की पत्नी डोरा ने इतने साल तक यह मुकदमा लड़ते रहने के लिए केन्द्र सरकार को भी धन्यवाद दिया।

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गौरतलब है कि केरल के तट पर तेल के टैंकर ‘एंरिका लेक्सी’ पर सवाल दो इतालवी मरीन्स ने 15 फरवरी, 2012 को कोल्लम निवासी जलस्टिन और कन्याकुमारी के कोलाचेल निवासी अजेश बिंकी पर गोलियां चलायीं, जिससे दोनों की मौत हो गई।

हेग स्थित मध्यस्थता अधिकरण की स्थाई अदालत ने बृहस्पतिवार को ‘एंरिका लेक्सी’ मामले में भारतीय प्रशासन की कार्रवाई को जायज ठहराया जिसमें दोनों मरीन्स पर 2012 में दो भारतीय मछुआरों की हत्या करने का आरोप है और इस मामले में नयी दिल्ली को अनुग्रह/मुआवजा पाने का अधिकार है।

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लेकिन अधिकरण ने यह भी कहा कि मरीन्स के खिलाफ मुकदमा नहीं चल सकता है क्योंकि उन्हें आधिकारिक छूट प्राप्त है।

डोरा ने कहा कि वह फैसले से खुश हैं, भले ही वह आठ साल बाद आया है।

उन्होंने पीटीआई- से कहा कि समुद्र में जा रहे मछुआरों के जीवन की रक्षा करने और ऐसी घटना की पुरावृत्ति ना हो यह सुनिश्चित करने के लिए कदम उठाए जाने चाहिए।

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