प्रार्थना नहीं सुना पाने पर विद्यार्थियों की पिटाई करने की आरोपी प्रधानाचार्या गिरफ्तार
अरुणाचल प्रदेश के पक्के केसांग जिले में प्रार्थना ठीक तरीके से नहीं सुना पाने और संस्कृत में दक्षता की कमी को लेकर विद्यार्थियों की कथित रूप से पिटाई करने की आरोपी प्रधानाचार्या को गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस ने रविवार को यह जानकारी दी।
ईटानगर, 17 दिसंबर: अरुणाचल प्रदेश के पक्के केसांग जिले में प्रार्थना ठीक तरीके से नहीं सुना पाने और संस्कृत में दक्षता की कमी को लेकर विद्यार्थियों की कथित रूप से पिटाई करने की आरोपी प्रधानाचार्या को गिरफ्तार कर लिया गया है. पुलिस ने रविवार को यह जानकारी दी. पुलिस के मुताबिक उक्त विद्यालय का संचालन पतंजलि योगपीठ ट्रस्ट करता है। पुलिस ने बताया कि आरोपों के सामने आने के बाद प्रधानाचार्या को बर्खास्त कर दिया गया है. पक्के केसांग जिले के पुलिस अधीक्षक तासी दरांग ने बताया कि प्रधानाचार्या को उत्तर प्रदेश के फतेहपुर जिले से शनिवार को गिरफ्तार किया गया.
उन्होंने बताया कि शारीरिक दुर्व्यवहार की यह घटना उस समय सामने आई जब पहली कक्षा के विद्यार्थियों के परिजनों ने अपने बच्चों के शरीर पर चोट के निशान देखे। इसके बाद उन्होंने 10 दिसंबर को सिजोसा थाने में शिकायत दर्ज कराई. उन्होंने बताया कि शिकायत के आधार पर भारतीय दंड संहिता की धाराओं 342 (गलत तरीके से कैद करना), 323 (जानबूझकर चोट पहुंचाना) के साथ-साथ किशोर न्याय अधिनियम की धारा 75 (बच्चों के साथ क्रूरता) के तहत मामला दर्ज किया गया है.
पुलिस अधिकारी ने बताया कि पहली से चौथी कक्षा के कम से कम 20 विद्यार्थियों की प्रधानाचार्या ने कथित पिटाई की थी. उन्होंने बताया कि विद्यार्थियों को पिटाई का जिक्र अपने परिजनों से करने पर गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी भी दी गई थी. अधिकारी ने बताया, ‘‘बहुत से विद्यार्थियों को ठीक तरीके से स्कूल की प्रार्थना नहीं गाने के लिए पीटा गया जबकि कुछ की संस्कृत में दक्षता की कमी के लिए पिटाई की गई.’’इससे पहले अरुणाचल प्रदेश बाल अधिकार संरक्षण आयोग (एपीएससीपीसीआर) ने कहा था कि स्कूल का संचालन 2019 से बिना पंजीकरण के किया जा रहा था.
(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)