PM Modi Telangana Visits: तेलंगाना में 62,000 करोड़ रुपए की परियोजनाओं की शुरुआत करेंगे प्रधानमंत्री मोदी

चेन्नई/हैदराबाद, 4 मार्च : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सोमवार से शुरू अपनी दो दिवसीय यात्रा के दौरान तेलंगाना में 62,000 करोड़ रुपये से अधिक की कई विकास परियोजनाओं का उद्घाटन एवं शिलान्यास करेंगे और तमिलनाडु में एक परमाणु ऊर्जा स्टेशन में एक अहम प्रक्रिया के साक्षी बनेंगे. प्रधानमंत्री का सोमवार और मंगलवार को तेलंगाना की अपनी यात्रा के दौरान राज्य के आदिलाबाद और संगारेड्डी में आधिकारिक कार्यक्रमों में भाग लेने और जनसभाओं को संबोधित करने का कार्यक्रम है. तेलंगाना की राज्यपाल तमिलिसाई सुंदरराजन और मुख्यमंत्री ए रेवंत रेड्डी आदिलाबाद में आधिकारिक कार्यक्रम में भाग लेंगे. लंबे समय बाद तेलंगाना का कोई मुख्यमंत्री प्रधानमंत्री मोदी की अगवानी करेगा और आधिकारिक कार्यक्रम में हिस्सा लेगा.

बीआरएस (भारत राष्ट्र समिति) के अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव राज्य में प्रधानमंत्री की आधिकारिक यात्राओं के दौरान उनमें शामिल नहीं होते थे. प्रधानमंत्री तमिलनाडु के कलपक्कम में 500 मेगावाट क्षमता के भारत के स्वदेशी प्रोटोटाइप फास्ट ब्रीडर रिएक्टर (पीएफबीआर) की कोर लोडिंग की शुरुआत करेंगे. यह भारत के परमाणु ऊर्जा कार्यक्रम में एक ऐतिहासिक उपलब्धि हैं. इस पीएफबीआर को भाविनी (भारतीय नाभिकीय विद्युत निगम लिमिटेड) ने विकसित किया है. पत्र सूचना कार्यालय (पीआईबी) की विज्ञप्ति के अनुसार, ‘‘इस रिएक्टर कोर में नियंत्रण उप-असेंबली, आवरण उप-असेंबली और ईंधन उप-असेंबली शामिल हैं. मुख्य लोडिंग गतिविधि में रिएक्टर नियंत्रण उप-असेंबली की लोडिंग शामिल है. इसके बाद इसमें आवरण उप-असेंबली और ईंधन उप-असेंबली शामिल हैं जो बिजली उत्पन्न करेंगी.’’ यह भी पढ़ें : दिल्ली की वित्त मंत्री आतिशी ने पूर्व डिप्टी CM मनीष सिसोदिया की मां से लिया आशीर्वाद, आज पेश करेंगी बजट (Watch Tweet)

मोदी बाद में चेन्नई में एक रैली को संबोधित करेंगे. प्रधानमंत्री के दौरे के मद्देनजर दोनों राज्यों में सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किये गये हैं. मोदी सोमवार को तेलंगाना के आदिलाबाद में एक सार्वजनिक कार्यक्रम के दौरान 56,000 करोड़ रुपये से अधिक की बिजली, रेल और सड़क क्षेत्र से संबंधित कई विकास परियोजनाओं का उद्घाटन, लोकार्पण और शिलान्यास करेंगे. ये परियोजनाएं मुख्य रूप से बिजली क्षेत्र से जुड़ी हैं. एक आधिकारिक विज्ञप्ति के अनुसार, प्रधानमंत्री संगारेड्डी में मंगलवार को 6,800 करोड़ रुपये से अधिक की विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करेंगे. इन परियोजनाओं में सड़क, रेल, पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस जैसे कई प्रमुख क्षेत्र शामिल हैं.

प्रधानमंत्री तेलंगाना के पेद्दापल्ली में एनटीपीसी की 800 मेगावाट की तेलंगाना सुपर थर्मल पावर परियोजना (यूनिट-2) राष्ट्र को समर्पित करेंगे. ‘अल्ट्रा-सुपरक्रिटिकल’ प्रौद्योगिकी पर आधारित यह परियोजना तेलंगाना को 85 प्रतिशत बिजली की आपूर्ति करेगी और इसकी देश भर में मौजूद एनटीपीसी के सभी बिजली केंद्रों में लगभग 42 प्रतिशत उच्चतम बिजली उत्पादन दक्षता होगी. इस परियोजना का शिलान्यास भी प्रधानमंत्री ने ही किया था. प्रधानमंत्री नव विद्युतीकृत अंबारी-आदिलाबाद-पिंपलखुटी रेल लाइन राष्ट्र को समर्पित करेंगे. वह एनएच (राष्ट्रीय राजगार्म) -353बी और एनएच-163 के माध्यम से तेलंगाना को महाराष्ट्र और तेलंगाना को छत्तीसगढ़ से जोड़ने वाली दो प्रमुख राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजनाओं की आधारशिला भी रखेंगे.

प्रधानमंत्री मंगलवार को एनएच-161 के चार लेन वाले 40 किलोमीटर लंबे कांडी से रामसनपल्ले खंड का उद्घाटन करेंगे. यह परियोजना इंदौर-हैदराबाद आर्थिक गलियारे का एक हिस्सा है और यह तेलंगाना, महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश के बीच निर्बाध यात्री और माल ढुलाई परिवहन की सुविधा प्रदान करेगी. यह हैदराबाद और नांदेड़ के बीच यात्रा के समय को लगभग तीन घंटे तक कम कर देगा. प्रधानमंत्री एनएच-167 के 47 किलोमीटर लंबे मिरयालागुडा से कोडाद तक उन्नत खंड का भी उद्घाटन करेंगे जिसमें अब दो लेन हैं. इस बेहतर संपर्क सुविधा से क्षेत्र में पर्यटन के साथ-साथ आर्थिक गतिविधि और उद्योगों को भी बढ़ावा मिलेगा. इसके अलावा, प्रधानमंत्री एनएच-65 के 29 किलोमीटर लंबे पुणे-हैदराबाद खंड को छह लेन में बदलने की परियोजना की आधारशिला रखेंगे. यह परियोजना तेलंगाना के प्रमुख औद्योगिक केंद्रों जैसे पाटनचेरू के पास पशमिलारम औद्योगिक क्षेत्र को बेहतर संपर्क सुविधा प्रदान करेगी.

प्रधानमंत्री छह नए स्टेशन भवनों के साथ-साथ सनथनगर-मौला अली रेल लाइन के दोहरीकरण और विद्युतीकरण का उद्घाटन करेंगे. इस परियोजना के पूरे 22 रूट किलोमीटर को स्वचालित सिग्नलिंग के साथ चालू किया गया है. इसे एमएमटीएस (मल्टी मॉडल ट्रांसपोर्ट सर्विस) चरण - दो परियोजना के तहत पूरा किया गया है. इसके तहत फिरोजगुडा, सुचित्रा केंद्र, भूदेवी नगर, अम्मुगुडा, नेरेडमेट और मौला अली हाउसिंग बोर्ड स्टेशन पर छह नए स्टेशन भवन बनाए गए हैं. दोहरीकरण और विद्युतीकरण कार्य से इस खंड पर पहली बार यात्री ट्रेनों को चलाने मार्ग प्रशस्त हो गया है.

प्रधानमंत्री घाटकेसर-लिंगमपल्ली से मौला अली-सनथनगर के बीच पहली एमएमटीएस ट्रेन सेवा को भी हरी झंडी दिखाएंगे. यह ट्रेन सेवा पहली बार हैदराबाद-सिकंदराबाद शहर क्षेत्रों में लोकप्रिय उपनगरीय ट्रेन सेवा को नए क्षेत्रों तक बढ़ाएगी. यह हैदराबाद शहर के पूर्वी भाग में चेरलापल्ली एवं मौला अली जैसे नए क्षेत्रों को हैदराबाद-सिकंदराबाद शहर क्षेत्रों के पश्चिमी भाग से जोड़ती है.

इसके अलावा, प्रधानमंत्री इंडियन ऑयल पारादीप-हैदराबाद उत्पाद पाइपलाइन का भी उद्घाटन करेंगे. कुल 4.5 एमएमटीपीए की क्षमता वाली 1212 किलोमीटर लंबी उत्पाद पाइपलाइन ओडिशा (329 किमी), आंध्र प्रदेश (723 किमी) और तेलंगाना (160 किमी) राज्यों से होकर गुजरती है. यह पाइपलाइन पारादीप रिफाइनरी से आंध्र प्रदेश के विशाखापत्तनम, अचुतापुरम और विजयवाड़ा और तेलंगाना में हैदराबाद के पास मलकापुर के डिलीवरी स्टेशन तक पेट्रोलियम उत्पाद का सुरक्षित और किफायती परिवहन सुनिश्चित करेगी.

प्रधानमंत्री हैदराबाद में नागरिक उड्डयन अनुसंधान संगठन (सीएआरओ) केंद्र राष्ट्र को समर्पित करेंगे. भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण ने इसे नागरिक उड्डयन क्षेत्र में अनुसंधान और विकास (आरएंडडी) गतिविधियों को और बेहतर करने के लिए हैदराबाद के बेगमपेट हवाई अड्डे पर स्थापित किया है. इसका उद्देश्य स्वदेशी और नवीन समाधान प्रदान करने के लिए घरेलू और सहयोगी अनुसंधान के माध्यम से विमानन समुदाय को एक वैश्विक अनुसंधान मंच प्रदान करना है. इस पर 350 करोड़ रुपये से अधिक की लागत आई है. यह अत्याधुनिक सुविधा 5-स्टार-गृह रेटिंग और ऊर्जा संरक्षण भवन कोड (ईसीबीसी) मानदंडों के अनुरूप है.