कोपेनहेगन, 22 अगस्त पूर्व विश्व चैंपियन पीवी सिंधू का लचर प्रदर्शन जारी रहा और वह सीधे गेम में हार के साथ विश्व चैंपियनशिप से बाहर हो गई लेकिन भारत के स्टार बैडमिंटन खिलाड़ी एचएस प्रणय और लक्ष्य सेन ने मंगलवार को यहां पुरुष एकल के तीसरे दौर में जगह बनाई।
पांच पदक के साथ विश्व चैंपियनशिप की सबसे सफल भारतीय खिलाड़ी सिंधू के शॉट में दमखम की कमी दिखी और उन्हें जापान की अपनी चिर प्रतिद्वंद्वी नोजोमी ओकुहारा के खिलाफ सीधे गेम में 14-21 14-21 से हार झेलनी पड़ी। ओकुहारा विश्व चैंपियनशिप की 2017 की स्वर्ण और 2019 की रजत पदक विजेता हैं।
सोलहवीं वरीय सिंधू अपने करियर में पहली बार इस प्रतिष्ठित टूर्नामेंट के क्वार्टर फाइनल में पहुंचने में नाकाम रहीं।
पुरुष एकल में नौवें वरीय प्रणय ने इंडोनेशिया के चिको ऑरा ड्वी वारडोयो को सीधे गेम में 21-9, 21-14 से हराया जबकि विश्व चैंपियनशिप 2021 के कांस्य पदक विजेता लक्ष्य ने दुनिया के 51वें नंबर के कोरियाई खिलाड़ी जियोन हियोक जिन को एकतरफा मुकाबले में 21-11 21-12 से शिकस्त दी।
अगले दौर में प्रणय की राह आसान नहीं होगी। उन्हें सातवें वरीय सिंगापुर के लोह कीन यीव से भिड़ना है जिन्होंने अजरबेजान के आदे रेस्की द्वीकाहयो को 21-4, 21-11 से हराया। 11वें वरीय लक्ष्य का अगले दौर में सामना थाईलैंड के पांचवें वरीय कुनलावुत वितिदसार्न से हो सकता है।
लक्ष्य ने इसके साथ ही कोरियाई खिलाड़ी के खिलाफ 2022 में एशिया टीम चैंपियनशिप में मिली हार का बदला भी चुकता कर दिया। मंगलवार से पहले इन दोनों खिलाड़ियों के बीच सिर्फ यही एक मुकाबला खेला गया था जिसमें लक्ष्य को हार का सामना करना पड़ा था।
लक्ष्य ने जियोन हियोक के खिलाफ शुरुआत से ही दबदबा बनाया। उन्होंने रैली के बेहतर प्रदर्शन किया जबकि उनकी गति और शॉट चयन विरोधी खिलाड़ी से बेहतर था।
भारतीय खिलाड़ी ने अच्छी शुरुआत करते हुए 5-1 की बढ़त बनाई जिससे उन्होंने ब्रेक तक 11-6 तक पहुंचाया।
लक्ष्य ने 18-11 के स्कोर पर लगातार तीन अंक के साथ पहला गेम आसानी से जीत लिया।
कोरियाई खिलाड़ी को दूसरे गेम में भी जूझना पड़ा। लक्ष्य ने 4-1 की बढ़त बनाई जिसे ब्रेक तक उन्होंने 11-5 तक पहुंचाया।
लक्ष्य ने ब्रेक के बाद भी कोरियाई खिलाड़ी को वापसी का कोई मौका नहीं दिया और आसानी से गेम और मैच जीत लिया।
सिंधू और ओकुहारा को ग्लास्गो में 2017 विश्व चैंपियनशिप के फाइनल में 110 मिनट लंबे मुकाबले के लिए जाना जाता है लेकिन मंगलवार को भारतीय खिलाड़ी ने निराश किया।
तीन साल बाद एक दूसरे का सामना कर रही सिंधू और ओकुहारा ने धीमी शुरुआत की और विरोधी खिलाड़ी की गलती का इंतजार किया।
पहले गेम में एक समय स्कोर 6-6 से बराबर थी जिसके बाद दुनिया की पूर्व नंबर एक खिलाड़ी ओकुहारा ने लगातार तीन अंक जुटा और ब्रेक तक 11-9 की बढ़त बनाने में सफल रहीं।
नेट पर कमजोर रिटर्न का फायदा उठाते हुए ओकुहारा ने स्कोर 16-12 किया। सिंधू ने बाहर शॉट मारकर ओकुहारा की राह आसान की।
भारतीय खिलाड़ी ने 13-19 के स्कोर पर बाहर शॉट मारकर जापान की खिलाड़ी को सात गेम प्वाइंट दिए। सिंधू ने एक अंक बचाया लेकिन फिर बाहर शॉट मारकर पहला गेम जापान की खिलाड़ी की झोली में डाल दिया।
दूसरे गेम में सिंधू ने तूफानी शुरुआत की। उन्होंने ओकुहारा की गलतियों का फायदा उठाते हुए 9-0 की बड़ी बढ़त बनाई।
ओकुहारा ने हालांकि धीरे-धीरे रैली में दबदबा बनाया और लगातार पांच अंक के साथ स्कोर 9-10 कर दिया।
सिंधू ने क्रॉस कोर्ट शॉट के साथ ब्रेक तक 11-9 की बढ़त बनाई।
ओकुहारा ने 10-12 के स्कोर पर लगातार छह अंक जुटाए। सिंधू ने इसके बाद लगातार गलतियां की और ओकुहारा को छह मैच प्वाइंट दिया। भारतीय खिलाड़ी ने एक बार फिर बाहर शॉट मारकर ओकुहारा की जीत तय की।
वेंकट गौरव प्रसाद और जूही देवानगन की मिश्रित युगल जोड़ी तथा अश्विन भट के और शिखा गौतम की महिला युगल जोड़ी को पहले दौर में ही हार का सामना करना पड़ा।
गौरव और जूही की जोड़ी को जोन्स राल्फी जेनसन और लिंडा एफलर की जर्मनी की जोड़ी ने 21-12, 21-11 से हराया जबकि अश्विनी और शिखा को डेबोरा जिली और चेरिल सेनेन की जोड़ी के खिलाफ कड़े मुकाबले में 14-21, 21-11, 14-21 से शिकस्त झेलनी पड़ी।
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