पुलिसकर्मियों ने गोद में बच्चा लिये हुये युवक की पिटाई की, वीडियो सामने आने के बाद थाना प्रभारी निलंबित
कानपुर के एक इलाके में बच्चे को गोद में लिए व्यक्ति को पीटते पुलिसकर्मी का वीडियो सामने आने के बाद मामले में अकबरपुर के थाना प्रभारी को निलंबित कर दिया गया.
कानपुर (उप्र), 10 दिसंबर : कानपुर के एक इलाके में बच्चे को गोद में लिए व्यक्ति को पीटते पुलिसकर्मी का वीडियो सामने आने के बाद मामले में अकबरपुर के थाना प्रभारी को निलंबित कर दिया गया. युवक की पिटाई का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के महासचिव सतीश चंद्र मिश्रा ने ट्वीट कर मामले में उत्तर प्रदेश पुलिस के रवैये पर सवाल उठाया. अपर पुलिस महानिदेशक (कानपुर जोन) भानु भास्कर के हस्तक्षेप के बाद थाना प्रभारी (एसएचओ) विनोद कुमार मिश्रा के खिलाफ कार्रवाई की गई. भास्कर ने जिले के पुलिस अधिकारियों को मामले में जल्द से जल्द कार्रवाई करने के निर्देश दिये हैं. कानपुर देहात के पुलिस अधीक्षक केशव कुमार चौधरी ने अपर पुलिस अधीक्षक (कानपुर ग्रामीण), घनश्याम को मामले की जांच कर रिपोर्ट देने को कहा है.
पुलिस अधीक्षक (एसपी) ने बताया कि घटना अकबरपुर के जिला अस्पताल परिसर में हुई. अस्पताल में चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारियों ने बृहस्पतिवार को बाह्य रोगी विभाग (ओपीडी) में ताला लगाकर धरना दिया और आरोप लगाया कि निर्माण और खनन सामग्री ले जा रहे वाहनों की भारी आवाजाही के कारण सड़कें और नाले टूट गए हैं. रजनीश शुक्ला के नेतृत्व में प्रदर्शनकारियों ने डॉक्टरों और मरीजों को ओपीडी से बाहर कर दिया. एसपी ने बताया कि अस्पताल में हंगामे की सूचना मिलने के बाद अकबरपुर पुलिस ने उपजिलाधिकारी वागीश कुमार, क्षेत्राधिकारी अरुण कुमार व एसएचओ विनोद कुमार मिश्रा के नेतृत्व में प्रदर्शनकारियों को धरना समाप्त करने व सरकारी कार्यों में बाधा डालने से रोकने के लिए हर संभव प्रयास किया. आरोप है कि बाद में, एक युवक ने एसएचओ मिश्रा के अंगूठे पर काट लिया और उनसे मारपीट भी की, जिस पर एसएचओ ने बच्चे को लिये हुये युवक की पिटाई कर दी. युवक की पिटाई का यह वीडियो सोशल मीडिया पर सामने आया है. युवक की पहचान रजनीश के भाई के रूप में हुई है. यह भी पढ़ें : भारतीय वायुसेना ने की अपील- तेजी से हो रही Mi-17 हेलिकॉप्टर क्रैश की जांच जारी, बेबुनियाद अटकलों से बचे
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि अधिकारियों के कर्तव्यों के निर्वहन में बाधा डालने और मारपीट करने के आरोप में रजनीश शुक्ला और दर्जनों अन्य के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है. इससे पहले भी रजनीश के खिलाफ लूट और मारपीट के आरोप में आपराधिक मामला दर्ज किया गया था. बसपा महासचिव सतीश चंद्र मिश्रा ने घटना का वीडियो पोस्ट करते हुए लिखा, ‘‘क्या इन पुलिसवालों को एक बाप की चीख नहीं सुनाई दे रही, जो बार-बार कह रहा है कि बच्चे को चोट लग जाएगी. इस सरकार में अधिकारियों पर भी सत्ता का नशा चढ़ गया है, जो बेलगाम हो चुके हैं. जिस पर मन कर रहा है, मुकदमे लाद रहे हैं. जहां मन कर रहा है, लाठियां भांज रहे हैं. इस तरह की तानाशाही बर्दाश्त से बाहर है.’’