जम्मू: जम्मू कश्मीर (Jammu-Kashmir) के पुलिस महानिदेशक दिलबाग सिंह (Dilbagh Singh) ने रविवार को कहा कि वैष्णो देवी मंदिर (Vaishno Devi Temple) में भगदड़ की उच्चाधिकार प्राप्त समिति से जांच कराने के साथ ही पुलिस से भी जांच करायी जाएगी और झड़प में शामिल लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. इस झड़प के कारण ही मंदिर में भगदड़ मची थी. रियासी जिले की त्रिकुटा पहाड़ियों पर स्थित इस तीर्थस्थल पर शनिवार तड़के हुई भगदड़ में 12 श्रद्धालुओं की मौत हो गयी और 12 से अधिक अन्य लोग घायल हो गए. ऐसा बताया गया है कि नववर्ष पर भीड़ के दौरान श्रद्धालुओं के दो समूहों के बीच झड़प के बाद भगदड़ हुई. Vaishno Devi Stampede: वैष्णो देवी तीर्थ क्षेत्र में भगदड़ में 12 लोगों की मौत, जांच के आदेश दिए गए
उपराज्यपाल मनोज सिन्हा द्वारा गठित जांच समिति की अध्यक्षता प्रधान सचिव (गृह) शालीन काबरा करेंगे और जम्मू के मंडलीय आयुक्त राजीव लंगर और अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक मुकेश सिंह इसके सदस्य होंगे और उन्हें एक सप्ताह के भीतर रिपोर्ट सौंपने के लिए कहा गया है.
पुलिस महानिदेशक ने कहा, ‘‘गठित की गयी समिति भगदड़ की वजहों का पता लगाएगी.’’ यह पूछे जाने पर कि क्या पुलिस झड़प में शामिल लोगों की पहचान होने पर उनके खिलाफ कार्रवाई करेगी, इस पर दिलबाग सिंह ने कहा, ‘‘हां, पुलिस भी अपना काम करेगी."
उन्होंने कहा कि सरकार ने इस ‘‘दुर्भाग्यपूर्ण’’ घटना की जांच के लिए तीन सदस्यीय समिति पहले ही गठित कर दी है. उन्होंने कहा कि यह घटना कुछ लोगों के ‘‘गैर जिम्मेदाराना’’ व्यवहार का नतीजा है. समिति के सदस्यों में से एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी हैं, जिनके न्यायाधिकार क्षेत्र के तहत यह मंदिर आता है.
डीजीपी ने ही सबसे पहले कहा था कि यह भगदड़ कुछ लोगों के बीच झड़प के कारण हुई. श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड ने भी देर रात इसकी पुष्टि की थी. भगदड़ भवन के गेट नंबर तीन के समीप एक जनवरी को देर रात करीब दो बजकर 15 मिनट पर हुई. सिंह शनिवार को भगदड़ के बाद खुद मंदिर गए और स्थिति का जायजा लिया.
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