धौलपुर, 26 अप्रैल राजस्थान के धौलपुर जिले में सोमवार को कपड़े की एक दुकान में बंद हो गईं दो महिलाओं को बाद में पुलिस ने निकाला।
यह घटना उस समय हुई जबकि पुलिस की जीप को देखकर दुकानदार जल्दबादी में दुकान बंद कर अपने घर चला गया है। राज्य में जन अनुशासन पखवाड़ा चल रहा है जिसके तहत जरूरी सामान के अलावा सारी दुकानें बंद हैं। उक्त दुकानदार ने सरकारी आदेश के बावजूद दुकान खोली थी और जब पुलिस की जीप उधर आई तो वह आननफानन में दुकान बंद कर घर चला गया।
दुकानदार के अनुसार उससे यह अनजाने में हुआ।
धौलपुर के पुलिस अधीक्षक केसर सिंह वहां से गुजर रहे थे तभी किसी ने उन्हें दुकान के भीतर से रोने एवं चिल्लाने की आवाज आने की बात बताई। इस पर दुकान का शटर तोड़कर महिलाओं (मां-बेटी) को निकाला गया।
सिंह ने पीटीआई को बताया,“जब उन्हें बचाया गया तो उनकी हालत खराब थी। दुकानदार को बुलाया गया और उसके खिलाफ महामारी रोग अधिनियम और भादंसं की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया। दुकानदार का कहना है कि उसने जल्दी में दुकान बंद कर दी और भूल गया कि दुकान के अंदर ग्राहक थे।’’
संपर्क करने पर दुकानदार बनवारी ने कहा कि घर में शादी ब्याह के कार्यक्रम के कारण वह आने की स्थिति में नहीं था। हालांकि शटर तोड़ दिए जाने के बाद वह वहां आ गया।
पुलिस अधीक्षक ने कहा कि जन अनुशासन पखवाड़े के बावजूद खुले में भगवत कथा आयोजन के एक अन्य मामले में पूर्व विधायक सुखराम कोली सहित आयोजकों के खिलाफ कार्रवाई की गई।
पृथ्वी
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