मुंबई, एक मई अभिनेता सलमान खान के घर के बाहर हुई गोलीबारी की घटना की जांच कर रही मुंबई पुलिस यह भी पता लगाने की कोशिश कर रही है कि क्या लॉरेंस बिश्नोई गिरोह को भारत के बाहर सक्रिय देश विरोधी तत्वों से धन अथवा हथियार के रूप में किसी प्रकार की मदद तो नहीं मिली थी।
मुंबई के बांद्रा इलाके में गैलेक्सी अपार्टमेंट के बाहर 14 अप्रैल की सुबह दो लोगों ने गोलियां चलाई थीं। इसी अपार्टमेंट में सलमान खान रहते हैं। घटना के बाद पुलिस ने दोनों शूटर विक्की गुप्ता (24) और सागर पाल (21) को गुजरात से गिरफ्तार किया था और हथियार आपूर्तिकर्ताओं सोनू कुमार चंदर बिश्नोई (37) और अनुज थापन (32) को पंजाब से गिरफ्तार किया था।
मुंबई पुलिस की अपराध शाखा ने गुप्ता, पाल और थापन को सोमवार को अदालत में पेश किया जहां से उन्हें आठ मई तक के लिए पुलिस हिरासत में भेज दिया गया।
गुजरात की साबरमती जेल में बंद गिरोहस्टर लॉरेंस बिश्नोई और उसका छोटा भाई अनमोल बिश्नोई इस मामले में आरोपी हैं। माना जा रहा है कि अनमोल फिलहाल अमेरिका अथवा कनाडा में है। अनमोल ने एक फेसबुक पोस्ट के माध्यम से गोलीबारी प्रकरण की जिम्मेदारी ली थी। हालांकि पुलिस का कहना है कि उसका ‘आईपी एड्रेस’ पुर्तगाल का मिला है।
पुलिस ने अपनी हिरासत याचिका में कहा कि भले ही लॉरेंस बिश्नोई जेल में है लेकिन उसका आपराधिक नेटवर्क अतंरराष्ट्रीय स्तर पर सक्रिय है और वह इस बात की जांच कर रही है कि क्या बिश्नोई गिरोह को भारत के बाहर देश विरोधी तत्वों से हथियार और धन के रूप में किसी प्रकार की मदद मिली है।
एक अधिकारी ने कहा कि पुलिस इस बात की भी जांच कर रही है कि इस मामले में कथित शूटरों को हथियार कहां से मुहैया कराए गए थे।
अधिकारी के अनुसार, जांचकर्ताओं का मानना है कि बिश्नोई गिरोह देश की वित्तीय राजधानी मुंबई में आतंक पैदा करना चाहता है।
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