नयी दिल्ली, 16 मार्च प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार 12 से 14 आयु वर्ग के किशोरों से कोविड-19 रोधी टीके की खुराक लेने और 60 वर्ष से अधिक आयु के लोगों से ‘एहतियाती खुराक’ लेने का अनुरोध किया।
प्रधानमंत्री ने सिलसिलेवार ट्वीट कर यह भी कहा कि कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई में भारत आज बेहतर स्थिति में है लेकिन इसके बावजूद देशवासियों को बचाव के सभी उपायों का पालन भी करते रहना होगा।
ज्ञात हो कि देश में बुधवार से 12 से 14 साल के बच्चों का कोविड-19 टीकाकरण शुरू हो गया। इस आयु वर्ग के बच्चों को सिर्फ कोर्बेवैक्स टीका लगाया जाएगा। सरकार के दिशा-निर्देशों के मुताबिक, 12 से 14 साल के किशोरों को ‘बायोलॉजिकल-ई’ द्वारा विकसित कोर्बेवैक्स टीके की दो खुराकें 28 दिनों के अंतराल पर दी जाएंगी।
मोदी ने कहा, ‘‘देश के नागरिकों के टीकाकरण में भारत के प्रयासों के लिहाज से आज का दिन महत्वपूर्ण है। अब 12-14 आयु वर्ग के किशोर टीकों के लिए पात्र हो गए हैं और 60 से अधिक उम्र के लोग भी ‘एहतियाती खुराक’ ले सकेंगे। मैं इन आयु वर्ग के लोगों से टीका लगाने का अनुरोध करता हूं।’’
प्रधानमंत्री ने कहा कि पूरी दुनिया की चिंता करने के भारत के स्वभाव के अनुरूप देश ने ‘‘वैक्सीन मैत्री’’ कार्यक्रम के तहत कई देशों को टीके भेजे। उन्होंने कहा, ‘‘मुझे खुशी है कि टीकाकरण को लेकर भारत के प्रयासों ने कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई को मजबूती प्रदान की है।’’
मोदी ने कहा कि भारत में कई ‘‘मेड इन इंडिया’’ टीके हैं और सरकार ने मूल्यांकन के बाद कुछ अन्य टीकों को भी मंजूरी दी है। उन्होंने कहा, ‘‘इस जानलेवा महामारी के खिलाफ लड़ाई में आज हम बेहतर स्थिति में हैं। लेकिन साथ ही साथ हमें कोविड-19 संबंधी सभी प्रकार की सावधानियां भी बरतनी होंगी।’’
उन्होंने कहा कि भारत का टीकाकरण अभियान दुनिया में सबसे बड़ा और विज्ञान पर आधारित है और देश में अब तक कोविड-19 रोधी टीके की 180 करोड़ से अधिक खुराक दी गई हैं, जिनमें से 15-17 आयु वर्ग के किशोरों को दी गई नौ करोड़ से अधिक खुराक और दो करोड़ से अधिक ‘एहतियाती खुराक’ शामिल है।
(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)