जयपुर, 20 अप्रैल राजस्थान के पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने बृहस्पतिवार को जयपुर में आत्महत्या करने वाले युवक रामप्रसाद मीणा के परिवार के सदस्यों से मुलाकात की और उन्हें सांत्वना दी।
पायलट ने कहा कि इस पूरे प्रकरण में निष्पक्ष, संवेदनशील जांच होनी चाहिए व पीड़ित को न्याय मिलना चाहिए।
युवक ने एक कथित वीडियो जारी कर कैबिनेट मंत्री महेश जोशी और अन्य को जिम्मेदार ठहराने के बाद सोमवार को फांसी लगाकर कथित तौर पर आत्महत्या कर ली थी।
पायलट सुभाष चौक स्थित चांदी की टकसाल में घटनास्थल पर पहुंचे जहां रामप्रसाद के परिवार के सदस्य भाजपा के राज्यसभा सांसद किरोड़ी लाल मीणा के साथ धरना दे रहे हैं। ये लोग एक मंत्री सहित सभी आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर धरने पर बैठे हैं। पायलट ने मृतक के परिवार के सदस्यों से मुलाकात कर उन्हें सांत्वना दी।
बाद में संवाददाताओं से बातचीत में पायलट ने कहा, 'मैं (मृत) युवक के पिताजी, बेटे, बेटी से मिला हूं और उन्होंने कुछ बातें बोली है और मैं कहूंगा कि उनका दुख बांटने हम सब लोग आये थे.. इस पूरे प्रकरण में एक बहुत ही निष्पक्ष और संवेदनशील जांच होनी चाहिए और जो भी तथ्य इस प्रकरण के अब तक सामने आये है उस पर संज्ञान लेते हुए पूरा अनुसंधान हो और मुझे लगता कि पीड़ितों को न्याय मिलना चाहिए।'
उन्होंने कहा कि न्याय देने के लिये न्यायपालिका है, पुलिस है, प्रशासन है और सरकार है.. मैं चाहता हूं कि जिम्मेदारी से इस पूरे प्रकरण की जांच होनी चाहिये, क्योंकि इसमें बहुत सी ऐसी बातें कही गई है.. बहुत से ऐसे आरोप लगाये गये है.. बयान है.. कुछ वीडियो बयान है उन सब की जांच होनी चाहिए .. सच्चाई का पता लगाया जाना चाहिए।'
पायलट ने कहा, 'जो भी आरोपी है ..इसकी निष्पक्ष जांच होनी चाहिए और इस परिवार को विश्वास लाना हम सब की जिम्मेदारी है कि न्याय मिलेगा.. और न्याय में देरी नहीं होनी चाहिए।'
उन्होंने कहा कि परिजनों की ओर से बताया गया कि मामले में कुछ लीपापोती करने की बात सामने आयी है या कुछ उनकी सुनवाई ढंग से नहीं हो रही है तो मैंने उनसे मुलाकात कर उनका दुख बांटने की कोशिश की है और मैं उम्मीद करता हूं कि इस प्रकरण में बहुत जल्द न्याय मिलेगा और जो भी सरकार को कदम उठाने है… उठाने चाहिए और पुलिस प्रशासन को बिना दबाव के निष्पक्ष होकर एक जांच गठित करनी चाहिए ताकि लोगों के मन विश्वास कायम रहे।
उल्लेखनीय है कि पायलट ने पूर्ववर्ती वसुंधरा राजे सरकार के कार्यकाल में कथित भ्रष्टाचार मामलों की जांच करवाने में गहलोत सरकार द्वारा 'निष्क्रियता' का आरोप लगाते हुए पिछले सप्ताह जयपुर में एक दिन का अनशन रखा था।
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