कोलकाता, सात मई कोलकाता के एक अस्पताल में पिछले हफ्ते कोविड-19 से जान गंवाने वाले एक बुजुर्ग व्यक्ति के परिजनों ने बृहस्पतिवार को आरोप लगाया कि स्थानीय प्रशासन ने उन्हें उनके शव का अंतिम संस्कार किए जाने के तीन दिन बाद भी उनके निधन की सूचना नहीं दी थी।
एमआर बांगुर अस्पताल के अधिकारियों ने, जहां उनका इलाज चल रहा था, हालांकि, दावा किया कि परिवार के सदस्यों को सूचित किया गया था, जिन्हें पृथकवास में रखा गया है।
स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि इस मामले की जांच की जाएगी।
अस्पताल के सूत्रों ने बताया कि मध्य कोलकाता के केशब चंद्र सेन स्ट्रीट के रहने वाले बुजुर्ग को 29 अप्रैल को एमआर बांगुर अस्पताल के पृथक वार्ड में भर्ती कराया गया था। उनकी मृत्यु दो मई को हुई थी। उसी दिन शव का अंतिम संस्कार कर दिया गया था।
बुजुर्ग की पत्नी, दो बेटे और एक बहू को राजरहाट में पृथकवास में भेजा गया था। मौत के बाद अस्पताल ने न तो उनसे और न ही बैरकपुर में रहने वाले उसके दूसरे बेटे से संपर्क किया।
उस व्यक्ति के सबसे छोटे बेटे अरिजीत सेन ने यह आरोप लगाया है।
(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, लेटेस्टली स्टाफ ने इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया है)