UP Assembly Election 2022: जनता ने फैसला कर लिया है 'बाबा जी' को वापस मठ में भेज देंगे- अखिलेश यादव
मुख्यमंत्री आदित्यनाथ के गृह जिले गोरखपुर के चिल्लूपार विधानसभा क्षेत्र में सपा उम्मीदवार विनय शंकर तिवारी के समर्थन में आयोजित सभा को संबोधित करते हुए अखिलेश यादव ने कहा, ‘‘पहले, दूसरे, तीसरे और चौथे चरण के तहत मतदान हो चुका है और आज पांचवें चरण में वोट पड़ रहा हैं.
मुख्यमंत्री आदित्यनाथ के गृह जिले गोरखपुर के चिल्लूपार विधानसभा क्षेत्र में सपा उम्मीदवार विनय शंकर तिवारी के समर्थन में आयोजित सभा को संबोधित करते हुए अखिलेश यादव ने कहा, ‘‘पहले, दूसरे, तीसरे और चौथे चरण के तहत मतदान हो चुका है और आज पांचवें चरण में वोट पड़ रहा हैं. सभी ने फैसला कर लिया है कि बाबा जी (योगी आदित्यनाथ) को वापस मठ में भेज देंगे.'' गोरखपुर के पांच बार सांसद रहे आदित्यनाथ प्रसिद्ध गोरक्षपीठ के महंत भी हैं. यादव ने चिल्लूपार और देवरिया की जनसभाओं में मुख्यमंत्री पर जमकर प्रहार करते हुए कहा, ''बाबा मुख्यमंत्री ने आपको लैपटॉप नहीं दिए, क्योंकि वह खुद इन्हें चलाना नहीं जानते हैं. बाबा जी तो स्मार्ट फोन भी चलाना नहीं जानते हैं. जो मुख्यमंत्री आज के जमाने में लैपटॉप ना चला पाए और कंप्यूटर, स्मार्ट फोन की अहमियत न समझे, वह प्रदेश को कैसे चलाएंगे.''
मुख्यमंत्री समेत भाजपा के शीर्ष नेताओं द्वारा अखिलेश यादव पर परिवारवादी होने का आरोप लगाये जाने पर पलटवार करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘हम परिवार वाले लोग जब घर जाते हैं, तो कुछ लेकर जाते हैं, इसीलिए हम बाबा जी से कहते हैं कि जब वापस आना तो अपने गुल्लू (योगी आदित्यनाथ का पालतू जानवर) के लिए बिस्कुट लेते आना.'' यादव ने कटाक्ष किया कि भाजपा की सभाओं में भीड़ एकत्र नहीं हो रही है और कोरोना वायरस समाप्त होने के बावजूद कुर्सियां दूर-दूर रखकर भीड़ दिखाने की कोशिश की जा रही है. उन्होंने दावा किया कि अगर इस तरह उनकी पार्टी अपनी सभाएं करें तो खेतों की जमीन कम पड़ जाएगी. उन्होंने अपनी सभा की ओर इशारा करते हुए कहा, ‘‘ये नौजवानों का जो समर्थन दिखाई दे रहा है, मैं कह सकता हूं कि देवरिया की सभी सीटें सपा जीतने जा रही है.’’ यह भी पढ़ें : मणिपुर चुनाव: मोइरांग के मतदाताओं के लिए विकास, युवाओं व महिलाओं का कल्याण अहम
उन्होंने भाजपा के नेताओं पर झूठ बोलने का आरोप लगाया. सपा प्रमुख ने तीन कृषि कानूनों की चर्चा करते हुए ‘‘किसानों पर अत्याचार’’ का जिक्र किया और कहा कि किसानों की ताकत के आगे भाजपा को झुकना पड़ा. यादव ने कहा कि ये संविधान और लोकतंत्र बचाने का चुनाव है. अखिलेश यादव ने सपा के घोषणा पत्र में किये गये वादों को गिनाते हुए दावा किया कि सपा की सरकार बनने पर खुशहाली आएगी और युवाओं को रोजगार एवं सरकारी नौकरी मिलेगी. सोनभद्र जिले में उठक-बैठक करने वाले एक भाजपा उम्मीदवार की ओर इशारा करते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा के लोग कहीं उठक-बैठक कर रहे हैं, कहीं माफी मांग रहे हैं, लेकिन ये लोग अगर 700 बार भी उठक-बैठक कर लें तो किसान इन्हें माफ नहीं करेंगे. उन्होंने दावा किया कि सपा और उसके सहयोगी दल मिलकर राज्य में भाजपा को सत्ता से बाहर कर देंगे.