इम्फाल, सात अक्टूबर मणिपुर के मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह ने सोमवार को कहा कि हिंसा प्रभावित लोग अपने मूल स्थानों को लौटने लगे हैं और अब एक-दूसरे पर दोषारोपण करने के बजाय जख्मों को भरने पर ध्यान केंद्रित किया जाना चाहिए।
सिंह ने यह बयान केंद्र की ‘हुनर से रोजगार तक’ योजना के तहत आतिथ्य प्रशिक्षण कार्यक्रम पूरा करने वाले युवाओं के साथ बातचीत करते हुए दिया।
मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘राज्य के लोग कठिनाई का सामना कर रहे हैं और ईश्वर की कृपा से प्रभावित लोग अपने मूल स्थानों को लौटने लगे हैं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘अब हमें एक-दूसरे पर दोषारोपण करने के बजाय शांति लाने और जख्मों को भरने पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए।’’
लोगों से हिंसा से दूर रहने की अपील करते हुए सिंह ने हर मुद्दे को शांतिपूर्ण तरीके से सुलझाने की जरूरत पर बल दिया।
उन्होंने कहा, ‘‘सरकार आपके लिए है और विभिन्न स्तरों पर काम कर रही है। पर्यटन मंत्रालय की ‘हुनर से रोजगार तक’ योजना के तहत लगभग 400 युवाओं ने प्रशिक्षण पूरा कर लिया है या प्रशिक्षण ले रहे हैं। इनमें से 169 को विभिन्न शहरों में नौकरी मिल चुकी है।’’
उन्होंने बताया कि इन युवाओं में 78 ऐसे लोग हैं जो हिंसा के कारण विस्थापित हुए हैं। उन्होंने कहा, ‘‘राज्यभर से 15 विस्थापितों समेत 30 युवाओं ने तीन सप्ताह के प्रशिक्षण कार्यक्रम में हिस्सा लिया। ये पहल काफी विचार-विमर्श के बाद शुरू की गई। हम आपमें से 2,000 लोगों का चयन करेंगे और राहत शिविरों में रह रहे लोगों को प्राथमिकता दी जाएगी।’’
सिंह ने कहा कि सरकार प्रत्येक प्रशिक्षु को पांच हजार रुपये की सहायता प्रदान करेगी।
उन्होंने कहा, ‘‘ ‘परफ्यूमरी’ का प्रशिक्षण लेने वाले 30 युवाओं को 50,000 रुपये की राशि दी जाएगी ताकि वे काम शुरू कर सकें।’’
(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)