Karnataka: पूर्व सीएम बीएस येदियुरप्पा का बड़ा बयान, कहा- विपक्ष को हल्के में नहीं लें पार्टी
कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री बी एस येदियुरप्पा ने रविवार को अपने पार्टी सहयोगियों को आगाह करते हुए कहा कि वे आगामी चुनाव में विपक्ष को हल्के में नहीं लें.
दावणगेरे (कर्नाटक), 19 सितंबर: कर्नाटक (Karnataka) के पूर्व मुख्यमंत्री बी एस येदियुरप्पा (B S Yediyurappa) ने रविवार को अपने पार्टी सहयोगियों को आगाह करते हुए कहा कि वे आगामी चुनाव में विपक्ष को हल्के में नहीं लें.यहां भाजपा कोर कमेटी की बैठक को संबोधित करते हुए येदियुरप्पा ने कहा, ‘‘आप सभी के लिए मेरा सुझाव है. आप में से किसी को भी विपक्ष को हल्के में नहीं लेना चाहिए. उनका अपना आकलन और ताकत है. ’’लिंगायत समुदाय से आने वाले येदियुरप्पा ने दावा किया कि कांग्रेस के कुछ नेता भाजपा के कुछ नेताओं के संपर्क में हैं. उन्होंने कहा, ‘‘आपको ऐसी किसी घटना (दलबदल) का मौका दिए बिना विश्वास के साथ चलना है. हमें अगले विधानसभा चुनाव में 140 सीटों के साथ भाजपा की सत्ता में वापसी के लिए ईमानदार प्रयास करने होंगे. ’’यह भी पढ़े: भाजपा की नजर उत्तर प्रदेश विधानसभा और मुंबई नगर निकाय चुनावों पर, पार्टी खेल रही है ‘बाहरी’ कार्ड : संजय राउत
उल्लेखनीय है कि येदियुरप्पा ने इस साल 26 जुलाई को मुख्यमंत्री पद से त्यागपत्र दे दिया था. उन्होंने कहा कि पार्टी को अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति और अन्य पिछड़ा वर्ग के नेताओं को भाजपा शामिल करके मजबूत किया जा सकता है.उन्होंने आगे कहा कि बूथ स्तर के संगठन की टीम में 20 से 25 महिलाओं और भाजपा युवा इकाई के नेताओं को शामिल किया जाए.येदियुरप्पा ने पार्टी पदाधिकारियों से अपील की कि वे केंद्र और राज्य की कल्याणकारी योजनाओं को हर घर तक पहुंचाने का कार्य करें. पूर्व मुख्यमंत्री ने मौजूदा पार्टी पदाधिकारियों से कहा कि वह जल्द ही पार्टी का आधार मजबूत करने के लिए राज्यव्यापी दौरा करेंगे.येदियुरप्पा ने कोर कमेटी के सदस्यों को याद दिलाया कि भाजपा को हनागल और सिंदगी विधानसभा उपचुनाव जीतना ही होगा क्योंकि इसमें असफल होने पर गलत संदेश जाएगा. उन्होंने कहा, ‘‘यहां किसी को नहीं मानना चाहिए कि हनागल और सिंदगी आसान मैदान हैं. ’’
मैसुरु के नांजनगुड स्थित मंदिर को तोड़ने के मामले पर्- जिसकी बड़े पैमाने पर आलोचना हो रही है- येदियुरप्पा ने कहा कि कहीं भी कोई भी मंदिर नहीं तोड़ने देने का फैसला किया गया है. उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार फैसले में ‘सुधार’ के लिए उच्चतम न्यायालय में पुनर्विचार याचिका दाखिल करेगी. येदियुरप्पा ने कहा, ‘‘जो भी हुआ अब वह हो चुका है. इसकी पुनरावृत्ति नहीं होगी. जो पार्टी कार्यकर्ता इससे परेशान हैं, वे इस पर संज्ञान लें. ’’कर्नाटक भाजपा इकाई के अध्यक्ष नलिन कुमार कटील और भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव व कर्नाटक के पार्टी प्रभारी अरुण सिंह ने भी सभा को संबोधित किया.कटील ने नांजनगुड में मंदिर तोड़े जाने को लेकर कांग्रेस नेता और पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धरमैया द्वारा की गई आलोचना की निंदा की. उन्होंने कहा कि एक घटना सरकार की बिना जानकारी के हुई लेकिन कांग्रेस ने कर्नाटक ने कई भाजपा कार्यकर्ताओं पर हमले और हत्या को लेकर आंखें मूंद ली थी.
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