पेरिस: लक्ष्य सेन ने पेरिस ओलंपिक की बैडमिंटन पुरुष एकल स्पर्धा के प्री क्वार्टर फाइनल में बृहस्पतिवार को यहां हमवतन भारतीय एचएस प्रणय को एकतरफा मुकाबले में सीधे गेम में हराकर क्वार्टर फाइनल में प्रवेश किया लेकिन पदक के प्रबल दावेदार पीवी सिंधू तथा सात्विकसाईराज रंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी की जोड़ी विपरीत अंदाज में हार के साथ प्रतियोगिता से बाहर हो गई.
राष्ट्रमंडल खेलों के स्वर्ण पदक विजेता और दुनिया के 24वें नंबर के खिलाड़ी लक्ष्य ने 39 मिनट चले अंतिम 16 के मुकाबले में 30वें नंबर के खिलाड़ी प्रणय को 21-12, 21-6 से शिकस्त दी. लक्ष्य ओलंपिक बैडमिंटन पुरुष एकल क्वार्टर फाइनल में जगह बनाने वाले तीसरे भारतीय खिलाड़ी हैं. उनकी प्रणय के खिलाफ आठ मैच में यह पांचवीं जीत है. Paris Olympic 2024 Day 7 Schedule: पेरिस ओलंपिक में 2 अगस्त को भारत का शेड्यूल, यहां जानें पूरा कार्यक्रम
क्वार्टर फाइनल में हालांकि लक्ष्य की राह आसान नहीं होगी. गैर वरीय लक्ष्य अंतिम आठ में 12वें वरीय और दुनिया के नंबर एक खिलाड़ी चीनी ताइपे के चाउ टिएन चेन से भिड़ेंगे जिन्होंने जापान के पांचवें वरीय कोडाई नाराओका को 21-12, 21-16 से हराया.
दो बार की ओलंपिक पदक विजेता सिंधू को हालांकि महिला एकल स्पर्धा के प्री क्वार्टर फाइनल में चीन की ही बिंग जियाओ के खिलाफ सीधे गेम में हार का सामना करना पड़ा जिससे उनका लगातार तीन ओलंपिक में व्यक्तिगत पदक जीतने वाली पहली भारतीय बनने का सपना भी टूट गया. दसवीं वरीय सिंधू को 56 मिनट चले मुकाबले में चीन की छठी वरीय खिलाड़ी के खिलाफ 19-21, 14-21 से शिकस्त झेलनी पड़ी.
एशियाई और राष्ट्रमंडल खेलों के चैंपियन सात्विक और चिराग को पहला गेम जीतने के बावजूद आरोन चिया और सोह वूई यिक की मलेशिया की जोड़ी के खिलाफ पुरुष युगल में शिकस्त झेलनी पड़ी. दुनिया की पांचवें नंबर की सात्विक और चिराग की जोड़ी को 64 मिनट चले मुकाबले में दुनिया की सातवें नंबर की जोड़ी के खिलाफ 21-13, 14-21, 16-21 से हार मिली.
तोक्यो ओलंपिक के कांस्य पदक विजेता चिया और सोह के खिलाफ 12 मैच में यह भारतीय जोड़ी की नौवीं हार है. प्रणय के खिलाफ लक्ष्य शुरुआत से ही शानदार लय में नजर आए. प्रणय मैच के दौरान बिल्कुल भी लय में नहीं दिए और उन्हें प्रत्येक अंक जुटाने के लिए काफी जूझना पड़ा. वह पूरे मुकाबले के दौरान कभी भी लक्ष्य को चुनौती पेश करने की स्थिति में नहीं दिखे.
लक्ष्य ने शानदार स्मैश लगाए जबकि नेट पर भी शानदार खेल दिखाया. बाइस साल के लक्ष्य ने पहले गेम में अच्छी शुरुआत करते हुए 7-4 की बढ़त बनाई और फिर ब्रेक तक 11-6 की बड़ी बढ़त हासिल करने में सफल रहे. विश्व चैंपियनशिप के पूर्व कांस्य पदक विजेता लक्ष्य ने 32 साल के प्रणय की लगातार गलतियों का फायदा उठाकर बढ़त को 13-6 तक पहुंचाया.
उत्तराखंड के अल्मोड़ा के रहने वाले लक्ष्य ने लगातार चार अंक के साथ बढ़त को 18-9 किया. लक्ष्य ने 19-12 के स्कोर पर प्रणय के शॉट वापस लौटाने में नाकाम रहने पर आठ गेम प्वाइंट हासिल किए और फिर विरोधी खिलाड़ी के अगला शॉट बाहर मारने पर पहला गेम 21 मिनट में 21-12 से जीत लिया.
दूसरे गेम में लक्ष्य ने पूरी तरह से दबदबा बनाते हुए 6-1 की बढ़त बनाई. प्रणय के पास विरोधी खिलाड़ी के खेल का कोई जवाब नहीं था जिससे लक्ष्य ने ब्रेक तक 11-3 की काफी बड़ी बढ़त बना ली और फिर स्कोर 14-3 किया. लक्ष्य ने बढ़त को 19-5 किया और फिर प्रणय के बाहर शॉट मारने पर 15 मैच प्वाइंट हासिल किए.
प्रणय ने एक मैच प्वाइंट बचाया लेकिन फिर अगला शॉट बाहर मारकर गेम और मैच लक्ष्य की झोली में डाल दिया. लक्ष्य से पहले लंदन ओलंपिक 2012 में पारूपल्ली कश्यप और रियो ओलंपिक 2016 में किदांबी श्रीकांत पुरुष एकल क्वार्टर फाइनल में जगह बना चुके हैं.
पुरुष युगल में सात्विक और चिराग ने शुरुआत में ही कुछ सहज गलतियां की जिसका फायदा उठाकर चिया और सोह ने कुछ आसान अंक जुटाए. सात्विक और चिराग हालांकि इसके बावजूद नेट पर अच्छा खेल दिखाते हुए 6-4 की बढ़त बनाने में सफल रहे.
भारतीय जोड़ी अच्छा खेल दिखाने के साथ बार-बार गलतियां भी कर रही थी जिससे चिया और सोह को वापसी का मौका मिलता रहा. सात्विक और चिराग ने हालांकि ब्रेक तक 11-10 की मामूली बढ़त बना ली. ब्रेक के बाद भारतीय जोड़ी रंग में नजर आई.
सात्विक और चिराग ने लगातार पांच अंक के साथ 15-10 की मजबूत बढ़त बनाई. चिया और सोह ने दबाव में कई शॉट नेट पर और बाहर मारे जिससे सात्विक और चिराग 17-11 से आगे हो गए. चिराग के स्मैश को 19-12 के स्कोर पर मलेशिया की जोड़ी वापस लौटने में नाकाम रही जिससे भारतीय जोड़ी को आठ गेम प्वाइंट मिले.
चिया और सोह ने एक गेम प्वाइंट बचाया लेकिन सात्विक के दमदार स्मैश से भारतीय जोड़ी ने पहला गेम 17 मिन में जीत लिया. दूसरे गेम में भारतीय जोड़ी ने बेहतर शुरुआत की. सात्विक और चिराग ने दमदार खेल दिखाकर 4-0 की बढ़त बनाई. मलेशिया की जोड़ी ने हालांकि जोरदार वापसी करते हुए लगातार पांच अंक के साथ 5-4 की बढ़त बना ली.
दोनों जोड़ियों के बीच प्रत्येक अंक के लिए कड़ी टक्कर देखने को मिली जिससे 5-5 से 10-10 तक प्रत्येक अंक पर स्कोर बराबर हुआ. मलेशिया की जोड़ी ब्रेक तक 11-10 से आगे रही. चिया और सोह ने लगातार तीन अंक के साथ 16-12 की बढ़त बनाई. सात्विक और चिराग ने इसके बाद कुछ शॉट बाहर और नेट पर मारे जिससे मलेशिया की जोड़ी ने दूसरा गेम 21-14 से जीतकर मुकाबले को तीसरे और निर्णायक गेम में खींचा.
मलेशिया की जोड़ी ने दूसरे गेम में अंतिम 15 में से 11 अंक जीते. तीसरे गेम की शुरुआत में सात्विक और चिराग का खेल बिखरा हुआ नजर आया जिससे मलेशिया की जोड़ी ने 5-2 की बढ़त बनाई. सात्विक और चिराग हालांकि जल्द ही संभल गए और स्कोर 5-5 कर दिया और फिर ब्रेक तक 11-9 की बढ़त बनाने में सफल रही.
भारतीय जोड़ी ने बढ़त को 14-11 किया लेकिन चिया और सोह ने इसके बाद जोरदार वापसी करते हुए 15-15 पर बराबरी हासिल की. मलेशिया की जोड़ी ने 16-16 के स्कोर पर लगातार पांच अंक के साथ गेम और मैच अपने नाम किया और पहली बार क्वार्टर फाइनल में पहुंचाने वाली भारतीय जोड़ी का पदक जीतने का सपना तोड़ दिया.
दूसरी तरफ रियो ओलंपिक 2016 की रजत और तोक्यो ओलंपिक 2020 की कांस्य पदक विजेता सिंधू की बिंग जियाओ के खिलाफ 21 मैच में यह 12वीं हार है. बिंग जियाओ ने इसके साथ ही भारतीय खिलाड़ी के खिलाफ तोक्यो ओलंपिक में कांस्य पदक के मुकाबले में मिली हार का बदला भी चुकता कर दिया. सिंधू ने तोक्यो ओलंपिक 2020 के कांस्य पदक के मुकाबले में एक अगस्त को ही बिंग जियाओ को हराकर कांस्य पदक जीता था.
मुकाबले में सिंधू की शुरुआत अच्छी नहीं रही. उन्हें कुछ सहज गलतियां की जबकि बिंग जियाओ ने कुछ सटीक स्मैश लगाए जिससे चीन की खिलाड़ी 5-1 की बढ़त बनाने में सफल रही. सिंधू को कोर्ट पर मूवमेंट में दिक्कत हो रही थी और उन्होंने कुछ शॉट बाहर मारकर चीन की खिलाड़ी को 7-2 की बढ़त बनाने का मौका दिया. भारतीय खिलाड़ी ने इसके बाद कुछ अच्छे अंक जुटाकर वापसी की कोशिश की लेकिन बिंग जियाओ ब्रेक तक 11-8 से आगे रहीं.
सिंधू ने चीन की खिलाड़ी पर दबाव बनाया. उन्हें किस्मत का भी फायदा मिला जब तीन बेहद करीबी अंक उनके पक्ष में गए जिससे सिंधू 12-12 पर बराबरी हासिल करने में सफल रहीं. चीन की खिलाड़ी ने भी दबाव में कुछ गलतियां की लेकिन फिर लगातार तीन अंक के साथ 17-14 की बढ़त बनाई. बिंग जियाओ ने सिंधू के शरीर पर स्मैश के साथ 19-17 की बढ़त बनाई. भारतीय खिलाड़ी ने लगातार दो अंक के साथ स्कोर 19-19 किया.
चीन की खिलाड़ी ने लाइन पर शॉट मारकर एक गेम प्वाइंट हासिल किया और फिर लंबी रैली के बाद क्रॉस कोर्ट स्मैश के साथ पहला गेम 30 मिनट में 21-19 से जीत लिया. दूसरे गेम में भी बिंग जियाओ ने अपने स्मैश से सिंधू को परेशान किया और लगातार छह अंक के साथ 8-2 की बढ़त बनाने में सफल रहीं.
सिंधू ने लगातार तीन अंक के साथ स्कोर 5-8 किया लेकिन बिंग जियाओ ने लगातार पांच अंक के साथ 13-5 की मजबूत बढ़त बना ली. सिंधू ने बीच में कुछ शॉट बाहर मारे जिससे चीन की खिलाड़ी ने स्कोर 16-8 किया. सिंधू के शॉट बाहर मारने से बिंग जियाओ ने बढ़त 19-11 की. भारतीय खिलाड़ी ने लगातार दो अंक जुटाए लेकिन फिर बिंग जियाओ ने कोर्ट के आखिरी हिस्से में शॉट खेलकर सात मैच प्वाइंट हासिल किए. सिंधू ने एक मैच प्वाइंट बचाया लेकिन फिर शॉट बाहर मारकर गेम और मैच बिंग जियाओ की झोली में डाल दिया.
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