अहमदाबाद, छह मार्च भारतीय विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत को शनिवार को यहां इंग्लैंड के खिलाफ चौथे और अंतिम टेस्ट में मिली जीत के बाद उनके शानदार शतक के लिये ‘मैन ऑफ द मैच’ चुना गया।
पंत ने 118 गेंद की 101 रन की पारी के दौरान धैर्य और आक्रामकता का संतुलन बनाते हुए इंग्लैंड के गेंदबाजों को परेशान किया जिससे उनके कप्तान विराट कोहली से लेकर प्रतिद्वंद्वी टीम के कप्तान जो रूट ने उनकी काफी प्रशंसा की।
लेकिन 23 साल के इस खिलाड़ी ने ‘मैन ऑफ द मैच पुरस्कार’ लेने के बाद ज्यादा कुछ नहीं कहा और हमेशा की तरह मुस्कुराते रहे।
यह पूछने पर कि क्या चीज उनके लिये कारगर रही और खेलते समय उनकी खुशी का राज क्या है तो उन्होंने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि ‘ड्रिल्स’ से मदद मिली और मेरे आत्मविश्वास ने मदद की जो मेरी बल्लेबाजी से लेकर विकेटकीपिंग में दिखी। ’’
लेकिन वह स्वीकार करते हैं कि यह पारी उनके लिये काफी अहमियत रखती है क्योंकि इससे टीम को अनिश्चित स्थिति से बाहर निकलने में मदद की।
उन्होंने कहा, ‘‘यह बहुत ही महत्वपूर्ण पारी है, विशेषकर जब तक टीम दबाव में थी। हम छह विकेट पर 146 रन पर मुश्किल स्थिति में थे और इससे बेहतर कुछ नहीं हो सकता कि आप तब शानदार प्रदर्शन करो जब टीम को आपकी सबसे ज्यादा जरूरत हो। ’’
जेम्स एंडरसन की गेंद पर ‘रिवर्स फ्लिक’ शॉट खेलने के बारे में पूछने पर पंत ने कहा, ‘‘अगर मुझे फिर एक तेज गेंदबाज की गेंद पर रिवर्स-फ्लिक करने का मौका मिलता है तो मैं निश्चित रूप से ऐसा करूंगा। ’’
और वह सिर्फ बल्ले से ही दर्शकों का मनोरंजन नहीं करते बल्कि अपनी स्टंप के पीछे अपनी हास्यास्पद तरीकों और टिप्पणियों से भी सभी को लुभाते रहते हैं। हर्षा भोगले ने तो यहां तक कह दिया कि पंत की टिप्पणियों ने उनके जैसे अनुभवी कमेंटटर को भी दर्शकों के सामने फीका कर दिया।
इसका जवाब देते हुए वह अपनी हंसी को नहीं छुपा सके, ‘‘यह मेरी तारीफ है लेकिन माफ कीजिये, यह आपके लिये समस्या बन गयी है। ’’
उन्होंने कहा, ‘‘मैं इसी चीज पर विश्वास करते हुए बड़ा हुआ हूं कि मैं खुश रहने और हर किसी को खुश रखने के लिये क्रिकेट खेलूंगा। ’’
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