मुंबई, 28 जनवरी शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) ने बिहार में महागठबंधन छोड़ने और राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) में लौटने के लिए जनता दल यूनाइटेड (जद यू) के अध्यक्ष नीतीश कुमार और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर कटाक्ष करते हुए रविवार को कहा कि देश 'पलटू राम' का शासन देख रहा है, न कि राम राज्य।
शिवसेना (यूबीटी) नेता संजय राउत ने आरोप लगाया कि भाजपा ने बिहार गठबंधन को तोड़ने की साजिश रची और यह पार्टी लोकतंत्र के लिए सबसे बड़ा खतरा है।
राउत ने छत्रपति संभाजीनगर जिले में संवाददाताओं से कहा, ‘‘केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कहा था कि भले ही नीतीश कुमार हाथ जोड़कर भाजपा के दरवाजे पर आएं, हम उनके साथ गठबंधन नहीं करेंगे।’’
उन्होंने जुलाई 2023 के घटनाक्रम का जिक्र करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भ्रष्टाचार के लिए अजित पवार और प्रफुल्ल पटेल (दोनों राकांपा नेता) की आलोचना की थी, लेकिन 24 घंटे के भीतर ही उन्हें गठबंधन (महाराष्ट्र में भाजपा-शिवसेना) में शामिल होने दिया।
पिछले वर्ष जुलाई में अजित पवार के नेतृत्व में राकांपा का एक गुट राज्य सरकार में शामिल हो गया था।
राज्यसभा सदस्य ने कहा, ''हम राम राज्य में नहीं, बल्कि 'पलटू राम' के शासन में रह रहे हैं। अगर राम राज्य होता तो मनोज जरांगे को (मराठा आरक्षण की मांग के लिए) मुंबई आने की जरूरत नहीं होती।''
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