लाहौर, 25 मई पाकिस्तान की पंजाब सरकार ने सरकारी संस्थानों, विशेषकर पाकिस्तानी सेना के खिलाफ नफरत भड़काने के आरोप में जेल में बंद पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान और उनकी पार्टी के लोगों के खिलाफ और मामले दर्ज करने की मंजूरी दे दी है।
खान (71) अप्रैल 2022 में प्रधानमंत्री पद से अपदस्थ किये जाने के बाद से उनके खिलाफ दर्ज किये गए लगभग 200 मामलों में से कुछ में दोषी ठहराए जाने के बाद पिछले साल अगस्त से जेल में हैं।
पंजाब की सूचना मंत्री अजमा बुखारी ने शुक्रवार शाम मंत्रिमंडल की बैठक के बाद संवाददाता सम्मेलन में बताया, “मरियम नवाज के नेतृत्व वाली पंजाब कैबिनेट ने सरकारी संस्थानों के खिलाफ नफरती विमर्श तैयार करने के लिए पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी के संस्थापक इमरान खान और उनकी पार्टी के अन्य नेताओं के खिलाफ कानूनी कार्रवाई को मंजूरी दे दी है।”
मंत्री ने कहा कि खान (71) मुजीबुर रहमान (बांग्लादेश के) बनने की कोशिश कर रहे हैं। रहमान ने बांग्लादेश के मुक्ति संग्राम का सफलतापूर्वक नेतृत्व किया था और वह 1971 में बांग्लादेश के पहले प्रधानमंत्री बने थे।
बुखारी ने कहा कि जो लोग रावलपिंडी की अडियाला जेल में खान से मिलते हैं, वे संस्थानों के खिलाफ नफरत फैलाने में भी उनका अनुसरण करते हैं।
उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार एक ब्रिटिश अखबार में आलेख लिखने के लिए खान और उनके करीबी सहयोगियों के खिलाफ एक पत्रकार की शिकायत पर मामला दर्ज कर सकती है।
इस महीने की शुरुआत में, ‘द टेलीग्राफ’ अखबार में एक आलेख में खान ने आरोप लगाया था कि पाकिस्तानी सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर के मार्गदर्शन में सैन्य प्रतिष्ठान ने पाकिस्तान के राजनीतिक परिदृश्य से उनकी पार्टी की मौजूदगी को खत्म करने के लिए हर हथकंडा अपनाने की कोशिश की लेकिन असफल रहे।
प्रशांत सुभाष
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