जयपुर, 26 नवंबर राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बृहस्पतिवार को कहा कि कोरोना संक्रमण के बढ़ते ग्राफ को नीचे लाना राज्य सरकार का प्रमुख लक्ष्य है जिसके लिए अधिकारी समुचित योजना बनाएं। इसके साथ ही उन्होंने अधिकारियों से कोरोना टीकाकरण संबंधी तैयारी करने को कहा।
गहलोत राज्य में कोरोना प्रबंधन की उच्चस्तरीय समीक्षा कर रहे थे।
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उन्होंने कहा, ‘‘राज्य में कोरोना संक्रमण के बढ़ते ग्राफ को नीचे लाना सरकार का प्रमुख लक्ष्य है। समुचित योजना से हमें संक्रमण को हर हाल में नीचे लाना है।’’
गहलोत ने कहा, ‘‘कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए हमें शहरों के साथ-साथ ग्रामीण क्षेत्रों में भी जांच तथा घर-घर जाकर निगरानी पर जोर देना होगा।’’
उन्होंने कहा कि वर्तमान में जिस प्रकार संक्रमण का खतरा बढ़ा है, उसे देखते हुए ही राज्य सरकार ने आठ जिला मुख्यालय क्षेत्रों में रात्रिकालीन कर्फ्यू, वैवाहिक समारोहों में लोगों की उपस्थिति 100 तक ही सीमित रखने, इसके उल्लंघन करने तथा मास्क नहीं पहनने पर जुर्माना बढ़ाने जैसे सख्त कदम उठाए हैं। कोविड के खतरे से बचने के लिए लोगों को इनका पालना करना जरूरी है।
उन्होंने कहा कि जहां-जहां भी नियमों के पालन में लापरवाही हो, प्रशासन सख्त कार्रवाई करे।
गहलोत ने कहा कि शादी समारोह के आयोजन के लिए किसी अनुमति की आवश्यकता नहीं है, सिर्फ पूर्व सूचना देना जरूरी किया गया है। इसके लिए ई-मेल या कोई अन्य ऑनलाइन व्यवस्था सुनिश्चित की जाए ताकि लोगों को परेशानी नहीं हो।
गहलोत ने राज्य में कोरोना टीकाकरण की तैयारियों पर भी चर्चा की। उन्होंने संभावित टीके की प्राथमिकता के निर्धारण, इसके सुरक्षित परिवहन व सुरक्षित टीकाकरण आदि बिन्दुओं पर अभी से पुख्ता तैयारी रखने के निर्देश दिए।
शासन सचिव चिकित्सा सिद्धार्थ महाजन ने टीकाकरण संबंधी तैयारियों के बारे में बताया।
उन्होंने बताया कि राज्य में टीके को सुरक्षित रखने, शीत केंद्र सुविधाओं को सुदृढ़ करने, टीका लगाने वाले लोगों के डेटा विश्लेषण आदि बिन्दुओं पर काम शुरू कर दिया गया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जब तक टीका नहीं आता तब तक मास्क पहनना तथा भीड़ से दूरी बनाए रखना ही इस महामारी से बचाव का मूलमंत्र है।
उन्होंने कहा, ‘‘हमें लोगों को लगातार इसके लिए जागरूक करते रहना होगा।’’
गहलोत ने इस संबंध में जागरूकता अभियान को 30 नवंबर से बढ़ाकर 31 दिसंबर तक करने के निर्देश दिए।
पृथ्वी कुंज
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