अफ्रीका: मलावी में विपक्षी दल ने जीता राष्ट्रपति चुनाव, सड़कों पर जारी प्रदर्शन
अफ्रीका में पहली बार अदालत के चुनाव को पलट देने के बाद किसी निवर्तमान नेता की हार हुई है. लाजर मैकार्थी चकवेरा द्वारा शनिवार को हासिल की गई यह जीत महीनों से दक्षिण अफ्रीकी देश में सड़कों पर जारी प्रदर्शन और संवैधानिक न्यायालय के उस फैसले का नतीजा है. चकवेरा ने 58 प्रतिशत मत के साथ चुनाव में जीत हासिल की है.
अफ्रीका (Africa) में पहली बार अदालत के चुनाव को पलट देने के बाद किसी निवर्तमान नेता की हार हुई है. लाजर मैकार्थी चकवेरा द्वारा शनिवार को हासिल की गई यह जीत महीनों से दक्षिण अफ्रीकी देश में सड़कों पर जारी प्रदर्शन और संवैधानिक न्यायालय के उस फैसले का नतीजा है, जिसमें उसने कहा था कि मई 2019 में हुए चुनाव में व्यापक अनियमितताओं को बर्दाश्त नहीं किया जा सकता.
राष्ट्रपति पीटर मुथारिका (Peter Mutharika) ने दोबारा चुनाव कराने के निर्णय को शनिवार को मलावी के इतिहास में सबसे खराब करार दिया. उन्होंने आरोप लगाया कि उनके पार्टी कार्यकतओं को मंगलवार को हुए चुनाव के दौरान धमकाया गया और उनके साथ मारपीट की गई, लेकिन मलावी मानवाधिकार आयोग के पर्यवेक्षकों ने मतदान को शांतिपूर्ण और पारदर्शी करार दिया.
चकवेरा ने 58 प्रतिशत मत (26 लाख वोट) के साथ चुनाव में जीत हासिल की है. वहीं, कुल 44 लाख में से मुथारिका को 17 लाख वोट ही मिले. जीत के बाद चकवेरा ने पत्रकारों से कहा, "मैं इतना खुश हूं कि रातभर नाच सकता हूं."
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