ताजा खबरें | लोकसभा में सुरक्षा चूक और निलंबन को लेकर विपक्षी सदस्यों का हंगामा, कार्यवाही बाधित
Get latest articles and stories on Latest News at LatestLY. संसद की सुरक्षा में चूक और कई विपक्षी दलों के सांसदों को निलंबित किये जाने के खिलाफ लोकसभा में मंगलवार को विपक्ष के सदस्यों के जोरदार हंगामे के कारण सदन की कार्यवाही एक बार के स्थगन के बाद फिर से शुरू होने के कुछ मिनट के भीतर दोपहर 12 बजकर 30 मिनट तक के लिए स्थगित कर दी गई।
नयी दिल्ली, 19 दिसम्बर संसद की सुरक्षा में चूक और कई विपक्षी दलों के सांसदों को निलंबित किये जाने के खिलाफ लोकसभा में मंगलवार को विपक्ष के सदस्यों के जोरदार हंगामे के कारण सदन की कार्यवाही एक बार के स्थगन के बाद फिर से शुरू होने के कुछ मिनट के भीतर दोपहर 12 बजकर 30 मिनट तक के लिए स्थगित कर दी गई।
सदन की बैठक एक बार स्थगन के बाद जब दोपहर 12 बजे आरंभ हुई तो विपक्षी सदस्य हंगामा करने लगे।
पीठासीन सभापति राजेंद्र अग्रवाल ने उनसे अपने स्थान पर बैठने और सदन चलने देने की अपील की।
उन्होंने कहा, ‘‘यह उचित नहीं है। आप सबने सहमति दी है कि तख्तियां नहीं दिखाई जाएगी और नारे नहीं लगाए जाएंगे।’’
हंगामा नहीं थमने पर उन्होंने दोपहर 12 बजकर करीब दो मिनट पर सदन की कार्यवाही 12 बजकर 30 मिनट तक के लिए स्थगित कर दी।
इससे पहले, सदन की कार्यवाही पूर्वाह्न 11 बजे जैसे ही शुरू हुई, अध्यक्ष ओम बिरला ने प्रश्नकाल शुरू करने की अनुमति दी, लेकिन कुछ विपक्षी सदस्य हाथों में तख्तियां लेकर आसन के निकट पहुंच गये। आसन के पास पहुंचने वाले प्रमुख सांसदों में नेशनल कॉन्फ्रेंस के फारूक अब्दुल्ला शामिल थे।
अध्यक्ष ने हंगामा कर रहे सदस्यों को अपनी-अपनी सीट पर जाने और कार्यवाही में हिस्सा लेने का आग्रह किया। उन्होंने कहा, ‘‘यह सदन आपका है और सदन को चलाने के लिए आपने एक व्यवस्था बनाई है। मेरा अनुरोध है कि आप मुद्दों पर चर्चा करें, लेकिन ये तख्तियां लेकर आना उचित नहीं है।’’
उन्होंने कहा कि यह सदन नियम, परम्परा और परिपाटी से चलेगा और सभी सदस्यों ने तख्तियां न लाने को लेकर सहमति जताई थी।
बिरला ने कहा कि सदन तख्तियां लेकर आने से नहीं चलेगा। उन्होंने कहा कि असहमति व्यक्त करना सदस्यों का अधिकार है, लेकिन आग्रह है कि वे मर्यादा का पालन करें।
उन्होंने कहा कि सदस्यों को अंतिम चेतावनी दी जा रही है कि वे तख्तियां लेकर आसन के पास न आएं और अपनी-अपनी सीट पर जाएं।
इस बीच, संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने सदन में प्रधानमंत्री की ‘छेड़छाड़ करके बनाई गई’ तस्वीर लेकर आने की जानकारी अध्यक्ष को दी और ऐसा करने वाले सदस्य के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की।
जोशी ने नारेबाजी के बीच ही कहा कि यह निंदनीय है और ऐसा करके सदस्य प्रधानमंत्री का अपमान कर रहे हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘भारत की जनता ने प्रधानमंत्री (नरेन्द्र मोदी) के नेतृत्व को स्वीकारा है। ये (विपक्षी सदस्य) जो कर रहे हैं यह सदन इसकी निंदा करता है। जो ऐसे फोटो लाये हैं, उनके खिलाफ कार्रवई की जानी चाहिए।’’
विपक्षी सदस्यों के हंगामे के दौरान कांग्रेस सांसद सोनिया गांधी एवं राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी की सदस्य सुप्रिया सुले विपक्ष की ओर की पहली पंक्ति में बैठी नजर आईं, जबकि कांग्रेस सांसद राहुल गांधी दूसरी पंक्ति में दिखाई दिये।
हंगामा थमता हुआ नहीं देख अध्यक्ष ने पांच मिनट के भीतर ही सदन की कार्यवाही दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी।
सुरेश हक वैभव
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