ग्वालियर(मध्य प्रदेश): नागर विमानन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya Scindia) ने बृहस्पतिवार को कहा कि उनके परिवार ने इस परंपरा का पालन किया कि एक समय पर उसका एक ही सदस्य सक्रिय राजनीति (Politics) में रहे, ताकि दूसरों को भी मौका मिल सके. सिंधिया ने कहा, 'मैं इस मुद्दे में नहीं पड़ना चाहता कि नेताओं के परिवारों को टिकट दिया जाए या नहीं. लेकिन आपने हमेशा देखा होगा कि सिंधिया परिवार से केवल एक सदस्य राजनीति में रहा है. हमने अपने जीवनकाल में पिछले 30-40 साल में इसका पालन किया है. यह एक महत्वपूर्ण कदम है क्योंकि सभी को एक मौका मिलना चाहिए. एक परिवार में एक सदस्य (का राजनीति में रहना) पर्याप्त है." 2047 तक विश्व नेता के रूप में उभरेगा भारत: ज्योतिरादित्य सिंधिया
वह यहां पत्रकारों के इस सवाल का जवाब दे रहे थे कि आगामी स्थानीय निकाय चुनाव में कितने नेताओं , विधायकों या मंत्रियों के परिवारों के सदस्यों को टिकट मिलना चाहिए.” ग्वालियर राजघराने से ताल्लुक रखने वाले सिंधिया यहां विभिन्न स्थानीय कार्यक्रमों में शिरकत करने के लिए पहुंचे थे.
उनके पिता माधवराव सिंधिया लंबे वक्त तक कांग्रेस में रहे और 2001 में एक विमान दुर्घटना में उनका निधन हो गया. ज्योतिरादित्य अपने पिता के निधन के बाद कांग्रेस पार्टी में शामिल हुए थे और 18 साल तक उसमें रहे, लेकिन 2020 में उन्होंने कांग्रेस का दामन छोड़ दिया और भाजपा में शामिल हो गए.
यह पूछे जाने पर कि मध्य प्रदेश में आगामी स्थानीय निकाय चुनावों के लिए भाजपा उम्मीदवारों के नाम कब घोषित किए जाएंगे, उन्होंने कहा कि जल्द नामों का ऐलान किया जाएगा और उन्होंने पार्टी को जीत मिलने का विश्वास जताया.
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